नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस की परेड में थलसेना की कैप्टन तान्या शेरगिल ने राजपथ पर पुरुष दस्ते का नेतृत्व किया. थलसेना की सिग्नल कोर में तैनात कैप्टन तान्या शेरगिल के नाम से आज हर कोई परिचित है, क्योंकि सैन्य इतिहास में थलसेना दिवस पर सर्व पुरुष दस्ते का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी के रूप में दर्ज हो चुका है.
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कैप्टन शेरगिल सेना की सिग्नल कोर में तैनात हैं. पांच फीट नौ इंच लंबी तान्या शेरगिल को भ्रमण, संगीत और फोटोग्राफी काफी पसंद है. वर्तमान में वह मध्य प्रदेश के जबलपुर में 1-सिग्नल प्रशिक्षण केंद्र में पदस्थ हैं. यह महिला कैप्टन ने नागपुर विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशंस में बीटेक किया है. वह मार्च 2017 में चेन्नई की ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी से सेना में शामिल हुई थीं.
तान्या शेरगिल का जन्म 1993 में हुआ था. वह बचपन से ही मेधावी थीं और हमेशा अच्छे अंक प्राप्त करती थीं. उनकी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय मुंबई से हुई. मुंबई में वह अपनी गृहिणी मां लखविंदर कौर के साथ रहती थीं, जबकि उनके पिता का निश्चित अंतराल पर तबादला होता रहता था.
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बताया जाता है कि बचपन में उन्हें खिलौनों की जगह हथियार पसंद थे. सोशल मीडिया पर उनकी एक तस्वीर वायरल हुई है, जिसमें उन्होंने अपने कंधे पर एक हथियार रखा हुआ है.
26 जनवरी पर सेना की पुरुष टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली कैप्टन तान्या से बातचीत
तान्या शेरगिल ने थलसेना दिवस परेड में सर्व पुरुष दस्ते का नेतृत्व करने के बाद कहा था कि एक फौजी हमेशा फौजी होता है. उनका कहना था, जब आप वर्दी पहन लेते हैं तो आप कोई स्त्री, पुरुष, हिंदू, मुसलमान, पंजाबी या मराठी नहीं, केवल एक फौजी होते हैं.