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राजस्थान : बीएसपी ने कांग्रेस के खिलाफ वोटिंग के लिए जारी किया व्हिप

राजस्थान की राजनीति में चल रही उठापटक के बीच नया मोड़ आया है. बसपा ने सभी 6 विधायकों को व्हिप जारी की है कि अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो गहलोत सरकार के विरोध में अपना वोट दें. बसपा ने व्हिप का उल्लंघन करने पर दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई की बात कही है. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने यह व्हिप जारी की है.

सतीश चंद्र मिश्रा
सतीश चंद्र मिश्रा
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Published : Jul 26, 2020, 11:53 PM IST

Updated : Jul 27, 2020, 10:12 AM IST

नई दिल्ली : राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को एक नया मोड़ देते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पिछले साल कांग्रेस में शामिल होने के लिये पार्टी छोड़ने वाले छह विधायकों को विधानसभा में शक्तिपरीक्षण के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी (कांग्रेस) के खिलाफ मतदान करने का रविवार को व्हिप जारी किया.

बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने एक बयान में कहा, 'सभी छह विधायकों को अलग-अलग नोटिस जारी कर सूचित किया गया कि चूंकि बसपा एक मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टी है और (संविधान की) दसवीं अनुसूची के पैरा चार के तहत पूरे देश में हर जगह समूची पार्टी (बसपा) का विलय हुए बगैर राज्य स्तर पर विलय नहीं हो सकता है....

बसपा का व्हिप
बसपा का व्हिप

मिश्रा ने कहा कि अगर छह विधायक पार्टी व्हिप के खिलाफ जाकर मतदान करते हुए हैं, तो वे विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य हो जाएंगे.

उन्होंने कहा, नोटिस में आगे कहा गया है कि वे बसपा के व्हिप का पालन करने के लिये आबद्ध हैं और ऐसा नहीं करने पर वे विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य हो जाने के पात्र होंगे.

मिश्रा ने कहा कि बसपा राजस्थान उच्च न्यायालय में अयोग्यता की लंबित याचिका में हस्तक्षेप करेगी या अलग से रिट याचिका दायर करेगी.

उल्लेखनीय है कि 2018 के चुनाव में संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेरिया, लखन मीणा, जोगेंद्र अवाना और राजेंद्र गुधा बसपा के टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे थे.

उन्होंने पिछले साल 16 सितंबर को कांग्रेस में एक समूह के रूप में विलय के लिए अर्जी दी थी. विधानसभा स्पीकर ने अर्जी के दो दिन बाद आदेश जारी कर घोषित किया कि इन छह विधायकों से कांग्रेस के अभिन्न सदस्य की तरह व्यवहार किया जाए.

इस विलय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को मजबूती मिली और 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या बढ़कर 107 हो गई.

इससे पहले , भाजपा विधायक ने शुक्रवार को राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में विलय को रद्द करने का अनुरोध किया था.

पढ़ें - राजस्थान संकट पर बोली कांग्रेस- 'मास्टर' की बात दोहरा रहे राज्यपाल

इन विधायकों को जारी किया व्हिप

राजस्थान में जिन विधायकों को बसपा ने अपनी पार्टी का मानते हुए व्हिप जारी किया है उसमें राजेंद्र सिंह गुढ़ा, लाखन सिंह, दीपचंद, जोगिंदर सिंह अवाना, संदीप कुमार और वाजिब अली के नाम शामिल हैं. ये सभी विधायक 2018 के चुनावों में बसपा की टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. लेकिन 2019 में सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे.

नई दिल्ली : राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को एक नया मोड़ देते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पिछले साल कांग्रेस में शामिल होने के लिये पार्टी छोड़ने वाले छह विधायकों को विधानसभा में शक्तिपरीक्षण के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी (कांग्रेस) के खिलाफ मतदान करने का रविवार को व्हिप जारी किया.

बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने एक बयान में कहा, 'सभी छह विधायकों को अलग-अलग नोटिस जारी कर सूचित किया गया कि चूंकि बसपा एक मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टी है और (संविधान की) दसवीं अनुसूची के पैरा चार के तहत पूरे देश में हर जगह समूची पार्टी (बसपा) का विलय हुए बगैर राज्य स्तर पर विलय नहीं हो सकता है....

बसपा का व्हिप
बसपा का व्हिप

मिश्रा ने कहा कि अगर छह विधायक पार्टी व्हिप के खिलाफ जाकर मतदान करते हुए हैं, तो वे विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य हो जाएंगे.

उन्होंने कहा, नोटिस में आगे कहा गया है कि वे बसपा के व्हिप का पालन करने के लिये आबद्ध हैं और ऐसा नहीं करने पर वे विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य हो जाने के पात्र होंगे.

मिश्रा ने कहा कि बसपा राजस्थान उच्च न्यायालय में अयोग्यता की लंबित याचिका में हस्तक्षेप करेगी या अलग से रिट याचिका दायर करेगी.

उल्लेखनीय है कि 2018 के चुनाव में संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेरिया, लखन मीणा, जोगेंद्र अवाना और राजेंद्र गुधा बसपा के टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे थे.

उन्होंने पिछले साल 16 सितंबर को कांग्रेस में एक समूह के रूप में विलय के लिए अर्जी दी थी. विधानसभा स्पीकर ने अर्जी के दो दिन बाद आदेश जारी कर घोषित किया कि इन छह विधायकों से कांग्रेस के अभिन्न सदस्य की तरह व्यवहार किया जाए.

इस विलय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को मजबूती मिली और 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या बढ़कर 107 हो गई.

इससे पहले , भाजपा विधायक ने शुक्रवार को राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में विलय को रद्द करने का अनुरोध किया था.

पढ़ें - राजस्थान संकट पर बोली कांग्रेस- 'मास्टर' की बात दोहरा रहे राज्यपाल

इन विधायकों को जारी किया व्हिप

राजस्थान में जिन विधायकों को बसपा ने अपनी पार्टी का मानते हुए व्हिप जारी किया है उसमें राजेंद्र सिंह गुढ़ा, लाखन सिंह, दीपचंद, जोगिंदर सिंह अवाना, संदीप कुमार और वाजिब अली के नाम शामिल हैं. ये सभी विधायक 2018 के चुनावों में बसपा की टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. लेकिन 2019 में सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे.

Last Updated : Jul 27, 2020, 10:12 AM IST
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