कोलकाता : पश्चिम बंगाल के भाजपा के वरिष्ठ नेता जय प्रकाश मजूमदार पर त्रिणमूल कांग्रेस के समर्थकों द्वारा कथित तौर पर हमला करने का आरोप लगा है. जय प्रकाश पर यह हमला तब हुआ जब वह एक मतदान केंद्र पर गए हुए थे. यह घटना नदिया जिले की है.
मजूमदार पर यह हमला तब किया गया जब पश्चिम बंगाल की तीन सीटों पर हो रहे उपचुनाव के दौरान मतदान केंद्रों का दौरा कर रहे थे.
वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि टीएमसी समर्थकों द्वारा मजूमदार को पीटा गया और जब वह गिर गए तो उनको लातें भी मारीं.
जय प्रकाश ने इस हमले के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि चोट के घाव तो ठीक हो जाएंगे लेकिन यह घटना पश्चिम बंगाल में 'लोकतंत्र के अंत' का एक 'स्पष्ट' संकेत है.
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ता फर्जी मतदाता थे, जो चुनाव में धांधली करने के इरादे से इलाके में इकट्ठे हुए थे.
मजूमदार ने कहा, 'मैं इस घटना से हतोत्साहित नहीं होने वाला हूं. मैं सभी बूथों का दौरा करता रहूंगा. मैंने चुनाव आयोग से इस घटना की शिकायत की है.'
वहीं टीएमसी ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मजूमदार पर हमला स्थानीय लोगों ने किया क्योंकि चुनावी माहौल खराब करने के लिए उनसे नाराज थे.
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चुनाव आयोग ने घटना के बारे में रिपोर्ट मांगी है. वहीं टीएमसी सांसद मोहुआ मोइत्रा ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में करीमपुर के अलावा, खड़गपुर सदर और कालीगंज विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं.
गौरतलब है कि खड़गपुर और करीमपुर सीट पर टीएमसी का कब्जा था. वहीं कालिगंज सीट पर कांग्रेस नेता ने जीत दर्ज की थी.
करीमपुर विधानसभा सीट पर विधायक महुआ मित्रा ने जीत दर्ज की थी, जिसे उन्होंने कृष्णनगर से चुनाव जीतने के बाद छोड़ दिया था.
अब कृष्णानगर सीट से मार्क्सवादी कम्यूनिष्ट पार्टी और कांग्रेस से सदस्य घोलम रब्बी, भाजपा के जय प्रकाश और टीएमसी के बिमलेंदु लिंह रॉय के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
वहीं खड़गपुर सदर सीट टीएमसी विधायक द्वारा लोकसभा सीट जीतने के बाद खाली हो गई थी.
वहीं कालियागंज में कांग्रेस विधायक परमनाथनाथ रॉय की मृत्यु के बाद उपचुनाव कराए गए हैं.
सुबह 11 बजे तक तीन विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनावों में लगभग 30.17 प्रतिशत मचदान हो चुका था.