चेन्नई : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देश के कई हिस्सों में अब भी विरोध-प्रदर्शन जारी है. मंगलवार को तमिलनाडु की राजधानी में राज्य कांग्रेस कार्यालय के बाहर पुलिस व महिला कांग्रेस समर्थकों के बीच हाथापाई हो गयी, जब वे रंगोली बनाकर सीएए का विरोध कर रही थीं.
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की सचिव सुधा ने कहा कि हाल के कुछ दिनों से भारतीय लोकतंत्रिक प्रणाली पर और संविधान की मूल भावनाओं पर खतरा देखा जा रहा है.
भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए सुधा ने कहा कि ये दोनों प्रतिदिन देश के सामने नई-नई समस्याएं उत्पन्न कर रहे हैं. सीएए और एनआरसी सिर्फ मुस्लिमों नहीं बल्कि भारत में रहने वाले सभी धर्म के लोगों के लिए खतरा हैं.
पढ़ें : केरल विधान सभा में CAA वापस लेने का प्रस्ताव, कानून मंत्री ने कहा- राज्यों के पास अधिकार नहीं
सुधा ने कहा, 'इस कानून के विरोध कर रहे अन्य लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए हमने एक रंगोली कार्यक्रम का आयोजन किया और यदि सरकार सीएए व एनआरसी वापस नहीं लेती तो हम अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.'
इस बीच मुस्लिम समुदाय और अन्य कई संगठनों से जुड़े लोगों ने सीएए के खिलाफ शहर में विरोध रैली निकाली.
चेन्नई शहर में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि, डीएमके प्रमुख एम. के स्टालिन व पार्टी सांसद कनिमोई के आवासों के बाहर सोमवार को सीएए और एनआरसी के खिलाफ रंगोली बनाई गई.