चंडीगढ़: पंजाब में बरगाड़ी बेअदबी मामले से जुड़े तीन केस की सुनवाई दूसरे राज्यों में स्थानांतरित करने की मांग की गई है. डेरा सिरसा प्रमुख गुरमीत राम रहीम और पांच अन्य आरोपियों ने इस मामले की सुनवाई पंजाब से बाहर कराने की मांग की है. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया कि पंजाब में उनकी जान को खतरा है. डेरा प्रेमी पंजाब की अदालतों में अपना केस खुलकर नहीं लड़ सकते.
डेरा प्रेमी फरीदकोट के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में बेअदबी मामले से जुड़े तीन आपराधिक मामलों को पंजाब से बाहर स्थानांतरित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. गुरमीत राम रहीम और पांच अन्य डेरा प्रेमियों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा कि पंजाब में वह असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
डेरा प्रेमियों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि बेअदबी मामले में नामजद आरोपी महिंदरपाल बिट्टू की कोर्ट कस्टडी में जेल में हत्या कर दी गई. प्रदीप सिंह की दो महीने पहले कोटकपुरा में उसके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इन्हीं घटनाओं के आधार पर अन्य आरोपियों की जान को भी खतरा बताया जा रहा है.
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डेरा प्रेमियों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 30 जनवरी को सुनवाई कर सकता है. बेअदबी से जुड़े तीन मामलों की यहां के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मोनिका लांबा की अदालत में सुनवाई हुई. लेकिन कोई डेरा प्रेमी अदालत में पेश नहीं हुआ. अदालत ने वकीलों के आवेदन के आधार पर सभी आरोपियों को पेश होने से छूट दी. डेरा प्रेमी अपनी सुरक्षा को लेकर कोर्ट में पेश नहीं हुए.
इस बीच, विशेष जांच दल ने डेरा प्रेमियों के वकीलों को 600 पन्नों के दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं. डेरा प्रेमियों ने जांच टीम से बेअदबी से जुड़े मामलों के तमाम दस्तावेज मांगे थे, जिन्हें चालान के साथ कोर्ट में पेश किया गया. इन दस्तावेजों में सीबीआई की जांच रिपोर्ट भी शामिल है. बता दें कि पंजाब में बरगाड़ी के गुरुद्वारा साहिब के बाहर श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप की बेअदबी की घटना 12 अक्तूबर 2015 को सामने आई थी.