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अलाप्पुझा में बत्तखों में एवियन फ्लू बीमारी की पुष्टि, 20,000 पक्षियों को मारा जाएगा

केरल के अलाप्पुझा जिले में बत्तखों में एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian flu) की पुष्टि हुई है. 20,000 से ज्यादा पक्षियों को मारने के लिए अभियान शुरू किया गया है (Avian flu confirmed in ducks in Alappuzha). मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र ने भी एक उच्च स्तरीय टीम तैनात की है.

Avian flu confirmed in ducks in Alappuzha
अलाप्पुझा में बत्तखों में एवियन फ्लू बीमारी की पुष्टि
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Published : Oct 28, 2022, 6:15 PM IST

अलाप्पुझा (केरल) : अलाप्पुझा जिले में बत्तखों में एवियन फ्लू बीमारी फैलने की पुष्टि (Avian flu confirmed in ducks in Alappuzha) होने के साथ ही अधिकारियों ने इस रोग के प्रसार पर काबू के लिए यहां हरिपद नगरपालिका के वझुथनम वार्ड में 20,000 से अधिक पक्षियों को मारने के लिए अभियान शुरू किया. भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में हाल ही में नमूनों की जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई थी.

जिला अधिकारियों ने यहां एक बयान में कहा कि 28 अक्टूबर शनिवार से इस बीमारी के केंद्र के एक किलोमीटर के घेरे में स्थित घरों के सभी पक्षियों को मारा जाएगा.

बयान में कहा गया है कि 20,471 बत्तखों को मारा जाएगा और आठ त्वरित प्रतिक्रिया दल (आरआरटी) इस संबंध में केंद्रीय मानदंडों का पालन करते हुए ऑपरेशन में लगे हुए हैं. बयान के अनुसार पक्षियों के मारे जाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी हरिपद नगरपालिका, पल्लीपाड़ पंचायत और आसपास के इलाकों में एक सप्ताह तक स्वास्थ्य एवं पशु कल्याण विभाग द्वारा निगरानी की जाती रहेगी. बीमारी फैलने के स्थान से एक किलोमीटर के घेरे में पक्षियों के परिवहन पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है.

केंद्र ने जायजा लेने के लिए टीम तैनात की : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य में एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप का जायजा लेने के लिए केरल में एक उच्च स्तरीय टीम तैनात की है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि टीम प्रकोप की विस्तार से जांच करेगी और सिफारिशों के साथ एक रिपोर्ट पेश करेगी. केरल की सात सदस्यीय केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय क्षय रोग और श्वसन रोग संस्थान, नई दिल्ली; राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, नई दिल्ली; राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान, चेन्नई; और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल हैं.

बयान में कहा गया है कि टीम राज्य द्वारा बताए जा रहे एवियन इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए जन स्वास्थ्य उपायों, प्रबंधन दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल के संदर्भ में राज्य के स्वास्थ्य विभागों की भी सहायता करेगी.

पढ़ें- केरल: वन विभाग अधिकारी ने जंगली सूअर को मारी गोली, जानें कारण

(इनपुट भाषा)

अलाप्पुझा (केरल) : अलाप्पुझा जिले में बत्तखों में एवियन फ्लू बीमारी फैलने की पुष्टि (Avian flu confirmed in ducks in Alappuzha) होने के साथ ही अधिकारियों ने इस रोग के प्रसार पर काबू के लिए यहां हरिपद नगरपालिका के वझुथनम वार्ड में 20,000 से अधिक पक्षियों को मारने के लिए अभियान शुरू किया. भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में हाल ही में नमूनों की जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई थी.

जिला अधिकारियों ने यहां एक बयान में कहा कि 28 अक्टूबर शनिवार से इस बीमारी के केंद्र के एक किलोमीटर के घेरे में स्थित घरों के सभी पक्षियों को मारा जाएगा.

बयान में कहा गया है कि 20,471 बत्तखों को मारा जाएगा और आठ त्वरित प्रतिक्रिया दल (आरआरटी) इस संबंध में केंद्रीय मानदंडों का पालन करते हुए ऑपरेशन में लगे हुए हैं. बयान के अनुसार पक्षियों के मारे जाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी हरिपद नगरपालिका, पल्लीपाड़ पंचायत और आसपास के इलाकों में एक सप्ताह तक स्वास्थ्य एवं पशु कल्याण विभाग द्वारा निगरानी की जाती रहेगी. बीमारी फैलने के स्थान से एक किलोमीटर के घेरे में पक्षियों के परिवहन पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है.

केंद्र ने जायजा लेने के लिए टीम तैनात की : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य में एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप का जायजा लेने के लिए केरल में एक उच्च स्तरीय टीम तैनात की है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि टीम प्रकोप की विस्तार से जांच करेगी और सिफारिशों के साथ एक रिपोर्ट पेश करेगी. केरल की सात सदस्यीय केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय क्षय रोग और श्वसन रोग संस्थान, नई दिल्ली; राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, नई दिल्ली; राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान, चेन्नई; और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल हैं.

बयान में कहा गया है कि टीम राज्य द्वारा बताए जा रहे एवियन इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए जन स्वास्थ्य उपायों, प्रबंधन दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल के संदर्भ में राज्य के स्वास्थ्य विभागों की भी सहायता करेगी.

पढ़ें- केरल: वन विभाग अधिकारी ने जंगली सूअर को मारी गोली, जानें कारण

(इनपुट भाषा)

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