लखनऊ: यूपी एटीएस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर मंगलवार को 26 जिलों से 57 पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारी पूर्व में गिरफ्तार हुए पीएफआई के सदस्यों से पूछताछ के बाद की गई है. वेस्ट यूपी में 3 जिलों से 16 पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. गाजियाबाद से 12, मेरठ से 3 और बुलंदशहर से 1 पीएफआई सदस्य की गिरफ्तारी की पुष्टि की गई है. वहीं, लखनऊ के बीकेटी इलाके के अचरामऊ में एटीएस ने रेड कर 2 भाई समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसकी जानकारी एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने दी.
उन्होंने बताया कि पीएफआई एवं उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर कारित हिंसा एवं संगठन के सदस्यों की बढ़ती राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश जनपदीय पुलिस, एसटीएफ व एटीएस ने प्रदेश के 26 जनपदों में पीएफआई के सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी की है. जिसमें 57 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
लखनऊ के बीकेटी थाना अन्तर्गत अचरामऊ में मंगलवार को सुबह 3:15 बजे पेंटिंग का काम करने वाले अब्दुल रब के घर पर छापेमारी करते हुए ATS उनके दो बेटे अब्दुल वहीद व अब्दुल मजीद को गिरफ्तार कर ले गई है. आरोप है कि दोनो भाई पीएफआई के सक्रीय सदस्य हैं. अब्दुल रब ने बताया कि उनका बड़ा बेटा अब्दुल वहीद फतेहपुर जिले के सांडमऊ प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है. 4 साल पहले वहीद टीचर बना था. इससे पहले वह शिक्षामित्र था. टेट की परीक्षा में यूपी में 49वीं रैंक लाकर वह टीचर बना था. वहीं दूसरा बेटा अब्दुल मजीद पिछ्ले 4 सालों से पीएचडी कर रहा है. पहले बीकेटी से ही बीएससी और एमएससी की पढ़ाई पूरी की थी. अब्दुल रब ने बताया कि उनके बेटे सिर्फ पढ़ाई से ही मतलब रखते थे. न जानें क्यों उन्हें एटीएस उठा ले गई है. यूपी एटीएस ने अचरामऊ से कुल 7 व इतौंजा से 2 पीएफआई सदस्यों की गिरफ्तारी की है.
गौरतलब है कि एटीएस की पिछली कार्रवाई के दौरान पीएफआई के यूपी अध्यक्ष वसीम अहमद उर्फ बबलू और एसडीपीआई के मोहम्मद अहमद बेग की गिरफ्तारी के बाद से कई बड़े खुलासे हुए हैं. एटीएस और एनआईए की गिरफ्त में आए संदिग्धों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि सामाजिक कार्य और शिक्षा के लिए दिए जाने वाले जकात और चंदे की रकम से आतंकी पाठशाला का संचालन हो रहा था.
गौरतलब है कि मंगलवार को NIA ने देश के 8 राज्यों में छापेमारी की है. उत्तर प्रदेश में NIA ने मेरठ, लखनऊ, बुलंदशहर व गाजियाबाद के अलावा अन्य जिले शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, 24 सितंबर को यूपी एटीएस ने जिन 4 पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया था. उनमें मुफ्ती शहजाद ने पूछताछ में कई खुलासे किए थे. उसने एटीएस को अपने अन्य साथियों के भी नाम उगले थे. यह जानकारी यूपी एटीएस ने NIA से साझा की, जिसके बाद सोमवार देर रात फिर से यूपी के मेरठ, बुलंदशहर,गाजियाबाद व लखनऊ में NIA की छापेमारी हुई, जहां 27 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
सीतापुर में छापेमारी
PFI को लेकर UP ATS और UP STF के ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत सीतापुर जिले में भी छापेमारी हुई. जहां जिले के खैराबाद थाना क्षेत्र के असोढर गांव से मुकीद व रामपुरकलां के तेंदुआ बहोरी से अनीस नाम के संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया गया.
बुलंदशहर में 2 हिरासत में
बुलंदशहर में पीएफआई (PFI) के ठिकानों पर लखनऊ से आई ATS की टीम ने छापेमारी की. जनपद के अलग-अलग इलाकों में लगातार चल रही ATS की छापेमारी में 2 संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. स्याना कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चौधरियान से अफजाल नाम के मौलवी को एटीएस लखनऊ की टीम ने हिरासत में लिया है. गौरतलब है कि अफजाल पेशे से वकील भी है.
बुलंदशहर नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला फैसलाबाद से देर रात लखनऊ एटीएस ने अब्दुल खालिद अंसारी नाम के व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है. अब्दुल खालिद अंसारी के बेटों ने बताया कि बीती देर रात एटीएस वाले उनके घर पहुंचे और उनके पिता को साथ में लेकर चले गए. अब्दुल खालिद के बेटे उबैद और जैद ने बताया कि उनके पिता 14 साल सपा में रहे. वहीं वह पिछले कुछ महीनों से पीएफआई के सदस्य भी थे, लेकिन 3 महीने पहले उन्होंने PFI से इस्तीफा दे दिया था. लखनऊ एटीएस द्वारा हिरासत में लिए गए अब्दुल खालिद बुलंदशहर में एक ग्रीन फील्ड स्कूल के नाम से पब्लिक स्कूल चलता है.
अलीगढ़ में पूछताछ
बुलंदशहर के बाद अलीगढ़ में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी हुई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ से आई एटीएस की टीम कार्रवाई कर रही है. जहां थाना क्वारसी में पीएफआई मेंबर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के दौरान थाना क्वार्सी में शिकायतकर्ताओ को बाहर ही रोका जा रहा है. टीम थाना क्वार्सी के अंदर कार्रवाई कर रही है. हालांकि थाने से कोई जानकारी देने को तैयार नहीं है. यह पहली बार है जब अलीगढ़ में पीएफआई के दस्तक होने की सूचना मिली है. हालांकि थाना क्वारसी के प्रभारी इंस्पेक्टर संजय जायसवाल ने रूटीन में सब कुछ चलने की बात बताई है.
शामली से 4 संदिग्धों को उठाया गया
यूपी के शामली में एक बार फिर NIA और ATS की टीमों ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी करते हुए PFI और उसके पॉलिटिकल विंग SDPI से जुड़े 4 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे गहनता से पूछताछ चल रही है.
सुरक्षा एजेंसियों द्वारा करीब एक सप्ताह पूर्व शामली जिले के कैराना और थानाभवन में छापेमारी करते हुए PFI से जुड़े 2 मौलानाओं की गिरफ्तारी की गई थी. इसके कार्रवाई के बाद सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियो ने कैराना में छापेमारी करते हुए विभिन्न स्थानों से 4 संदिग्धों को उठाया है, जिनसे गहन पूछताछ जारी है.
रात के समय एटीएस और एनआईए की टीम कैराना कोतवाली पहुंची. जहां से स्थानीय पुलिस को साथ लेकर मामौर गांव में छापेमारी करते हुए मौलाना जाहिद और साबिर नाम के दो लोगों को बताया गया. सूत्रों के अनुसार मौलाना जाहिद पूर्व में गिरफ्तार किए गए मौलाना साजिद का बड़ा भाई है. जबकि साबिर छोटा भाई बताया जा रहा है. इनके अलावा सुरक्षा एजेंसियों द्वारा क्षेत्र के गांव पांवटी कलां से जाबिर और गोगवान गांव से सरवर अली को भी उठाया है.
सूत्रों के मुताबिक रात के समय हुई छापेमारी में उठाए गए चारों लोगों को कैराना कोतवाली में ले जाकर गहन पूछताछ की गई, लेकिन अभी तक उनके खिलाफ किसी भी प्रकार के अपराध सिद्ध होने और किसी कानूनी कार्रवाई की जानकारी नहीं मिल पाया है. गौरतलब है कि कैराना कोतवाली प्रभारी पंकज त्यागी ने सुरक्षा एजेंसियों की छापेमारी की पुष्टि की है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आज एक बार फिर एटीएस की टीम ने छापेमारी की बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पीएफआई के सदस्यों की तलाश में एटीएस की टीम ने मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट और सरूरपुर इलाके में छापेमारी की. गौरतलब है कि देर रात भी एटीएस की टीम ने मेरठ से कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इनके पास से कुछ आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुए हैं. वहीं, बुलंदशहर में पीएफआई के अलग-अलग ठिकानों पर लखनऊ ATS की टीम ने छापेमारी करते हुए 2 संदिग्धों को हिरासत में लिया.
दरअसल, पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ में एटीएस की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. इस बार एटीएस के साथ-साथ ईडी भी ज्वाइंट ऑपरेशन में शामिल है. हालांकि स्थानीय पुलिस को इस पूरे ऑपरेशन से अलग रखा गया है. मेरठ के सघन आबादी वाले क्षेत्र लिसाड़ी गेट और सरूरपुर इलाके में सफाई के मॉड्यूल एक्टिव होने की सूचना मिली थी, जिस पर एटीएस की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई करते हुए देर रात छापे मारे. वहीं, आज सुबह भी कई जगहों पर रेड की सूचना है. इस दौरान एटीएस की टीम ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है, जिनके पास से कुछ भड़काऊ साहित्य बरामद हुए हैं. इस बार एटीएस की छापेमारी में पीएफआई सदस्यों पर विशेष निगाहें हैं.
गौरतलब है कि देश के 8 राज्यों में आज भी PFI ने छापेमारी करते हुए कई संदिग्धोंं को हिरासत में लिया है. वहीं, पश्चिम यूपी के मेरठ में एटीएस मॉनिटरिंग में जुटी है. माना जा रहा है कि देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए मेरठ में स्लीपर सेल्स PFI ने एक्टिव कर रखे हैं. इन्हीं की तलाश में पहले 22 और 23 सितंबर और आज 27 सितंबर को बड़ी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
बीते 23 सितंबर को कार्रवाई के दौरान शामली, मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों से 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इनके नाम मोहम्मद शादाब, मुफ्ती शहजाद, मौलाना साजिद, मौलाना इस्लाम कासमी है. इन्हें मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र से जेल भेज दिया गया. इनके पास से भड़काऊ साहित्य पेनड्राइव और कुछ ऐसी चीजें बरामद हुई थी जो देश विरोधी गतिविधियों की तरफ इशारा करती हैं.
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