प्रयागराज: बाहुबली अतीक अहमद और उसके छोटे भाई ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ को प्रयागराज पुलिस ने गुरुवार को कस्टडी में ले लिया. माफिया बंधुओं को पुलिस नैनी सेंट्रल जेल से कस्टडी में लेकर सीधे धूमनगंज थाने पहुंच गयी. रात में अतीक और अशरफ को धूमनगंज थाने में रखकर पुलिस उनसे कई सवाल पूछे. कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस अब सिर्फ उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) से जुड़े सवाल ही नहीं पूछे, बल्कि पुलिस ने दोनों से उनके पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में सवालों के जवाब मांगे.
वहीं झांसी मेडिकल कॉलेज में अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम का पोस्टमार्टम गुरुवार देर रात हुआ. दोनों के शव आज प्रयागराज लाए जाएंगे. बताया जा रहा है कि अतीक अहमद जनाजे में शामिल नहीं हो पायेगा. सूत्रों का कहना है कि अतीक ने असद को बचाने के लिए अबू सलेम से मदद ली थी. अबू सलेम ने असद को पुणे में रहने के लिए ठिकाना उपलब्ध कराया था. शुक्रवार को एक बार फिर उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पुलिस ने अतीक अहमद और अशरफ से पूछताछ की जा रही है. एटीएस की टीम पूछताछ के लिए प्रयागराज पहुंची है.
असद का शव लेने के लिए उसके नाना और मौसा जाएंगे. असद का शव दोपहर 3 बजे तक प्रयागराज लाया जाएगा. बताया जा रहा है कि शूटर गुलाम के परिवार के लोगों ने उसका शव लेने से इनकार कर दिया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाना गलत है. सरकार अपराध और अपराधियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी. यही हमारी नीति है.
पुलिस ने बेटे ने गम में रोने भी नहीं दिया: प्रयागराज में गैंगस्टर अतीक अहमद (Gangster Atiq Ahmed in Prayagraj) के लिये गुरुवार का दिन सबसे ज्यादा दुख देने वाला साबित हुआ. दोपहर के वक्त कोर्ट में जिस समय उसकी कस्टडी रिमांड पर वकीलों के बीच जिरह चल रही थी. उसी दौरान कोर्ट रूम में अतीक अहमद को अपनी जिंदगी में अब तक का सबसे बड़ी दुख देने वाली सूचना मिली. अतीक अहमद को कोर्ट रूम में ही पता चला कि झांसी में उसके बेटे असद की एसटीएफ से मुठभेड़ के दौरान मारा (Encounter of Atiq's son Asad) गया.
अतीक की आंखों में आये आंसू: बेटे के एनकाउंटर की जानकारी मिलते ही कोर्ट रूम के अंदर अतीक गहरे सदमे में चला गया. उसकी आंखों से आंसू दिखने लगे. उसी बीच कोर्ट से निकालकर उसको नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया. अतीक के जेल जाने के ढाई घंटे बाद कोर्ट का फैसला आया. कोर्ट ने अतीक अहमद को 17 अप्रैल की शाम 5 बजे तक के लिए पुलिस की कस्टडी रिमांड में सौंपने का आदेश दिया. इसके बाद रात में ही अतीक को पुलिस अपनी कस्टडी में लेकर जेल से निकल गयी. जवान बेटे की मौत के जानकारी मिलने के चंद घंटे बाद ही पुलिस उसे जेल से लेकर पूछताछ करने निकल पड़ी. इस कारण वो बेटे की मौत के बाद मन भरकर आंसू भी नहीं बहा सका और पुलिस उससे सवालों के जवाब पूछने के लिए धूमनगंज थाने ले गयी.
कोर्ट से गुरुवार की शाम को अतीक अहमद और अशरफ को पुलिस की कस्टडी रिमांड का आदेश मिल गया. इसके बाद कोर्ट का आदेश लेकर पुलिस टीम रात के वक्त ही नैनी सेंट्रल जेल पहुंच गयी और कानूनी प्रक्रिया पूरी करके अतीक अशरफ को पुलिस अपनी कस्टडी में लेकर जेल से निकल पड़ी. जेल से अतीक अशरफ को लेकर पुलिस की टीम सीधा धूमनगंज थाने पहुंची. वहां पर माफिया बंधुओं को लेकर पुलिस टीम थाने के अंदर दाखिल हो गयी.
इसके साथ पुलिस काफिले के पीछे चल रही मीडिया की गाड़ी को थाने के पास रोक दिया गया. इसके साथ ही थाने के सामने बैरिकेड करके उस तरफ जाने से सभी को रोक दिया गया. आपको बता दें कि इसी थाने में उमेश पाल की हत्या का केस भी दर्ज है. पुलिस अब माफिया बंधुओं से उमेश पाल की हत्या की साजिश से लेकर हत्या की वारदात को अंजाम देने की पूरी योजना से जुड़ी एक एक बात की जानकारी हासिल करना चाहती है. पुलिस अतीक और अशरफ से इस केस के अलावा पाकिस्तान से लाये जाने वाले असलहों के बारे में भी जानकारी हासिल करेगी.