प्रयागराज : उमेश पाल की हत्या किस अंदाज में की जाएगी, इसका ऐलान अतीक अहमद ने 4 साल पहले ही कर दिया था. हत्या की पटकथा भी तभी से लिखी जा रही थी. अतीक के खिलाफ 2019 में दर्ज करवाए गए मुकदमे में पूर्व में अतीक गैंग से जुड़े रहे मोहम्मद जैद ने इसका जिक्र किया था. उसने एफआईआर में साफ-साफ लिखवाया था कि अतीक ने उमेश पाल को इस तरह से मरवाने की बात कही थी कि 15 दिनों तक देश की मीडिया में मामला सुर्खियों में रहेगा. एफआईआर की यह कॉपी वायरल होने के बाद प्रयागराज पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं.
चर्चा है कि पहले से जब उमेश पाल को इस तरह से मारने की धमकी दी गई थी ताे पुलिस ने इसके बावजूद अतीक गैंग के खिलाफ कार्रवाई क्याें नहीं की. तभी सख्त कार्रवाई हुई हाेती ताे अतीक इस तरह से दुस्साहसिक घटना को अंजाम देने लायक ही नहीं रहता. बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड को भले ही 24 फरवरी को अंजाम दिया गया, लेकिन इसकी पटकथा 4 साल पहले से लिखी जा रही थी. इसका जिक्र जनवरी 2019 में धूमनगंज थाने में दर्ज एक मुकदमे में किया गया था.
दरअसल, धूमनगंज थाने में मोहम्मद जैद खालिद ने केस दर्ज करवाया था. जैद ने आरोप लगाया था कि अतीक के गुर्गे उसे नवम्बर 2018 में अगवा कर देवरिया जेल ले गए थे. वहां पर अतीक अहमद ने मारने-पीटने के साथ धमकाया था. उसी समय अतीक अहमद ने धमकी दी थी कि उमेश पाल को ऐसे मरवाऊंगा कि 15 दिन तक देशभर की मीडिया में मामला सुर्खियों में बना रहेगा. उमेश पाल की सनसनीखेज अंदाज में हत्या के बाद अब जैद की ओर से कराई उस समय की एफआईआर की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हाे रही है. इसमें साफ-साफ खास अंदाज में हत्या की बात लिखी गई है. मोहम्मद जैद ने उस एफआईआर में अतीक के साथ ही 14 लोगों को नामजद कराया था.
बता दें कि मोहम्मद जैद पहले अतीक गिरोह से जुड़ा था. बाद में वह गैंग से अलग हो गया था. इसके बाद उसने 2019 में धूमनगंज थाने में केस दर्ज करवाया था. इसमें उसने आरोप लगाया था कि अतीक के गुर्गों ने उसे सड़क से अगवा किया और देवरिया जेल ले गए. वहां मारपीट की गई. उसी दौरान अतीक ने कहा था कि 'उमेश पलवा को जौन दिन मरवाऊंगा, वह 15 दिन तक नेशनल टीवी पर चली, इसलिए तू मुखबिरी करेगा तो तू भी जान से मारा जाएगा'.
अतीक अहमद ने जिस तरह से उमेश पाल को मरवाने की धमकी दी थी उसी अंदाज में शूटरों ने उमेश पाल की हत्या की. अतीक के शूटरों ने घर के बाहर सड़क पर भरे बाजार में फिल्मी स्टाइल में वारदात काे अंजाम दिया. वारदात भी उस जगह पर की गई, जहां चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे. सीसीटीवी फुटेज में पूरी वारदात कैद होने का ही नतीजा है कि 20 दिनों से यह मामला सुर्खियों में है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अतीक अहमद ने पहले से ही तय कर रखा था कि उमेश पाल की हत्या कैसे करवानी है.
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