श्रीनगर (पौड़ी): अंकिता भंडारी हत्याकांड (Uttarakhand Resort Murder) में हर घंटे कोई न कोई नया खुलासा हो रहा है. अंकिता (Ankita Bhandari latest News) पर रिजॉर्ट में किस तरह के गलत काम करने का दबाव बनाया जा रहा था, इससे जुड़ी एक व्हाट्सएप चैट सामने आई (Ankita Bhandari Whatsapp Chat) है. इस चैट में अंकिता में अपने दोस्त से बात की थी और उसे बताया था कि किस तरह के पुलकित आर्य और अंकित गुप्ता उसे वीआईपी गेस्ट को स्पेशल सर्विस देने के लिए मजबूर कर रहे थे. वहीं, घटना वाली रात अंकिता भंडारी ने रिजॉर्ट के कुक से भी बात की थी. ये अंकिता की आखिरी कॉल (Ankita Bhandari last call) थी.
WhatsApp Chat से बड़ा खुलासा: दोस्त के साथ किए गए चैट में रिजॉर्ट के मालिक और मर्डर केस के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य (Pulkit Arya) के गलत व्यवहार का अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari) ने जिक्र किया है. अंकिता भंडारी ने चैट में लिखा है कि, पुलकित आर्य ने उससे बदसलूकी की कोशिश की, ये सोचकर कि वो भोली है कुछ नहीं करेगी लेकिन अंकिता ने उसको सुना दिया.
अंकिता का LAST कॉल: इसी बीच अंकिता का एक ऑडियो भी सामने आया है. ये लास्ट कॉल था जो अंकिता ने रिजॉर्ट के कुक करण को किया था. ऑडियो में अंकिता रोते हुए करण को कह रही है कि वो उसका बैग लेकर नीचे आ जाए. इसके बाद फोन कट जाता है. करण का कहना है कि वो बैग लेकर अंकिता की बताई हुई जगह पर गया था, लेकिन वहां कोई नहीं था.
अंकिता भंडारी और उसके दोस्त की जो चैट सामने आई है, उसमें चैट का समय घटना से एक दिन पहले यानी 17 सितंबर का है. इसके बाद 18 सितंबर की सुबह केवल गुड मार्निंग विश किया गया है. वहीं, अंकिता का लास्ट सीन 18 सितंबर की शाम 7.57 बजे का दिखा रहा है. इसके कुछ समय बाद ही अंकिता ने तीनों आरोपियों के साथ रिजॉर्ट छोड़ा था. वहीं रिजॉर्ट के कर्मचारी मनवीर चौहान ने भी इस बात को पुख्ता किया है.
10 बजे के बाद तीनों आरोपी रिजॉर्ट पहुंचे थे: रिजॉर्ट के कर्मचारी मनवीर चौहान के अनुसार अंकिता ने दो अन्य कर्मचारियों को 18 सितंबर की शाम को करीब 6.30 बजे कॉल किया था और बैग लाने के कहा था. वहीं मनवीर चौहान ने बताया कि पुलकित आर्य ने उसे रात को करीब 8 से 8.30 बजे की बीच कॉल किया था और चार जनों का खाना लगाने को कहा था. मनवीर चौहान के मुताबिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और तीसरा कर्मचारी रात को करीब 10.45 बजे रिजॉर्ट पहुंचे थे.
मनवीर चौहान ने बताया कि अंकिता के कैमरे में स्टाफ में से कोई भी खाना लेकर नहीं गया था, बल्कि पुलकित आर्य का पर्सनल मैनेजर अंकित खाना लेकर गया था. इसके बाद सभी कर्मचारी सोने चले गए थे. मनवीर चौहान के मुताबिक 19 सितंबर की सुबह करीब 8.30 बजे जानकारी मिलती है कि अंकिता अपने कमरे में नहीं है. मनवीर चौहान कमरे में गया तो देखा कि रात को जो खाना अंकिता के कमरे में गया तो वो भी ऐसे ही रखा हुआ है. इसके अलावा अंकिता का सारा सामना भी वहीं पर पड़ा हुआ था. तभी ये अफवाह फैली की अंकिता रिजॉर्ट से भाग गई.
जानें पूरा मामला: बता दें कि 18 सितंबर को पौड़ी गढ़वाल जिले यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित रिजॉर्ट से लापता हुई 19 साल की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी का शव 24 सितंबर को चीला नहर में पावर हाउस के पास मिला है. अंकिता भंडारी के लापता होने की रिपोर्ट रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने ही राजस्व पुलिस में दर्ज कराई थी. हालांकि, जब राजस्व पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो परिजनों ने प्रशासन से केस रेगुलर पुलिस को देने की गुहार लगाई.
22 सितंबर को ये केस रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया गया. इसके बाद पुलिस ने इस मामले में रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को गिरफ्तार किया तो सारे राज से पर्दा उठ गया. जिस पुलकित आर्य ने अंकिता के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, वो ही अंकिता की हत्या में मुख्य आरोपी निकला.
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि पुलकित आर्य ही अंकिता पर गलत काम करने का दबाव बना रहा था, जिसके लिए अंकिता ने मना कर दिया था. इस बात को लेकर अंकिता और पुलकित का झगड़ा भी हुआ था. पुलकित को डर था कि अंकिता उसके और रिजॉर्ट के राज बाहर को लोगों को बता देगी. 18 सितंबर की रात को पुलकित आर्य और उसके दोनों साथी अंकिता को लेकर ऋषिकेश गए.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीनों ने शराब पी रखी थी. वहां पर अंकिता और पुलकित की फिर इस उसी बात पर बहस हुई. इस दौरान पुलकित ने अंकिता का चीला नहर में धक्का दे दिया. इसके बाद मामले को दबाने के लिए पुलकित ने राजस्व पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.