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कांग्रेस नेताओं का काले कपड़ों में प्रदर्शन राम मंदिर निर्माण के खिलाफ संदेश : शाह - महंगाई बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन

कांग्रेस नेताओं के काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन करने पर भाजपा हमलावर हो गई है. भाजपा ने इसे राम मंदिर शिलान्यास के खिलाफ बताया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि कांग्रेस नेता काले कपड़ों में विरोध प्रदर्शन कर संदेश देना चाहते हैं कि वे राम मंदिर के शिलान्यास का विरोध करते हैं. वहीं, कांग्रेस ने शाह के इस बयान को शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने का घृणित प्रयास बताया है.

Amit Shah
अमित शाह
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Published : Aug 5, 2022, 7:51 PM IST

Updated : Aug 5, 2022, 10:34 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर कांग्रेस नेताओं के विरोध को पार्टी की 'तुष्टिकरण' की राजनीति से जोड़ा. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन इसलिए किया गया ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2020 में इस दिन राम मंदिर की नींव रखे जाने का विरोध किया जा सके. शाह ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा, 'आज का दिन कांग्रेस ने इसलिए काले कपड़ों में विरोध के लिए चुना, क्योंकि वे इसके माध्यम से संदेश देना चाहते हैं कि हम राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और अपनी तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं.'

  • #WATCH | Congress chose this day for protest and wore black clothes because they want to give a subtle message to further promote their appeasement politics because on this day itself Prime Minister Modi laid the foundation of Ram Janambhoomi: Union Home minister Amit Shah pic.twitter.com/hopwRSPZht

    — ANI (@ANI) August 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा कि आज ही के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने राम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास करके 550 वर्ष पुरानी समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकाला था. उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण अब तेजी से चल रहा है. शाह ने दावा किया कि कांग्रेस मंदिर निर्माण पर अपना विरोध जता रही है और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और महंगाई के मुद्दे तो महज बहाना हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस खुले तौर पर मंदिर का विरोध नहीं कर सकती थी, इसलिए उसने एक गुप्त संदेश देने की कोशिश की है.

गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से ज्यादातर समय तक सत्ता में रहने के बावजूद, कांग्रेस ने विवाद को सुलझाने के लिए कुछ नहीं किया, जबकि मोदी ने शांतिपूर्ण तरीके से इसका समाधान निकाला. उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी होने के नाते कानून का सहयोग देना चाहिए. लेकिन कांग्रेस नेता रोज प्रदर्शन करते हैं. मेरा मानना है कि कांग्रेस ने आज के विरोध प्रदर्शन से तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ाया है. आज ईडी ने आज किसी को तलब नहीं किया लेकिन फिर भी उन्होंने प्रदर्शन किया.

'प्रदर्शन को बदनाम करने के लिए शाह का घृणित प्रयास'
वहीं, कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि शाह ने उसके (कांग्रेस के) शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने का घृणित प्रयास किया है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं. उन्होंने ट्वीट किया, 'आज महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के खिलाफ कांग्रेस के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने एवं इससे ध्यान भटकाने का गृह मंत्री ने घृणित प्रयास किया.' उन्होंने दावा किया, 'सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं. साफ है, आंदोलन से उठी आवाज सही जगह पहुंची है.'

बता दें, कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध जताया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा सहित पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने लगभग छह घंटे तक हिरासत में रखा.

यह भी पढ़ें- हिरासत में राहुल और प्रियंका, बोला सरकार पर हमला- इन लोगों को नहीं दिख रही महंगाई

नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर कांग्रेस नेताओं के विरोध को पार्टी की 'तुष्टिकरण' की राजनीति से जोड़ा. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन इसलिए किया गया ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2020 में इस दिन राम मंदिर की नींव रखे जाने का विरोध किया जा सके. शाह ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा, 'आज का दिन कांग्रेस ने इसलिए काले कपड़ों में विरोध के लिए चुना, क्योंकि वे इसके माध्यम से संदेश देना चाहते हैं कि हम राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और अपनी तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं.'

  • #WATCH | Congress chose this day for protest and wore black clothes because they want to give a subtle message to further promote their appeasement politics because on this day itself Prime Minister Modi laid the foundation of Ram Janambhoomi: Union Home minister Amit Shah pic.twitter.com/hopwRSPZht

    — ANI (@ANI) August 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा कि आज ही के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने राम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास करके 550 वर्ष पुरानी समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकाला था. उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण अब तेजी से चल रहा है. शाह ने दावा किया कि कांग्रेस मंदिर निर्माण पर अपना विरोध जता रही है और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और महंगाई के मुद्दे तो महज बहाना हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस खुले तौर पर मंदिर का विरोध नहीं कर सकती थी, इसलिए उसने एक गुप्त संदेश देने की कोशिश की है.

गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से ज्यादातर समय तक सत्ता में रहने के बावजूद, कांग्रेस ने विवाद को सुलझाने के लिए कुछ नहीं किया, जबकि मोदी ने शांतिपूर्ण तरीके से इसका समाधान निकाला. उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी होने के नाते कानून का सहयोग देना चाहिए. लेकिन कांग्रेस नेता रोज प्रदर्शन करते हैं. मेरा मानना है कि कांग्रेस ने आज के विरोध प्रदर्शन से तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ाया है. आज ईडी ने आज किसी को तलब नहीं किया लेकिन फिर भी उन्होंने प्रदर्शन किया.

'प्रदर्शन को बदनाम करने के लिए शाह का घृणित प्रयास'
वहीं, कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि शाह ने उसके (कांग्रेस के) शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने का घृणित प्रयास किया है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं. उन्होंने ट्वीट किया, 'आज महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के खिलाफ कांग्रेस के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने एवं इससे ध्यान भटकाने का गृह मंत्री ने घृणित प्रयास किया.' उन्होंने दावा किया, 'सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं. साफ है, आंदोलन से उठी आवाज सही जगह पहुंची है.'

बता दें, कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध जताया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा सहित पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने लगभग छह घंटे तक हिरासत में रखा.

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Last Updated : Aug 5, 2022, 10:34 PM IST
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