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Amuls Row In Karnataka : बेंगलुरु के होटल व्यवसायियों ने नंदिनी दूध का उपयोग करने का लिया निर्णय - अमूल उत्पाद

कर्नाटक में मिल्क ब्रैंड अमूल और नंदिनी को लेकर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस ने गुजरात की अमूल कंपनी को प्रदेश में एंट्री देने को बीजेपी की साजिश करार दिया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि अकेले कांग्रेस ही नहीं अन्य पार्टियां भी इस फैसले का विरोध कर रही हैं.

Amuls Row In Karnataka
प्रतिकात्मक तस्वीर
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Published : Apr 9, 2023, 10:35 AM IST

बेंगलुरु (कर्नाटक) : गुजरात स्थित डेयरी दिग्गज अमूल के कर्नाटक में कारोबार बढ़ाने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. राजनीतिक पार्टियों के विरोध के बाद बेंगलुरु होटल्स एसोसिएशन ने 'राज्य के (डेयरी) किसानों का समर्थन करने के लिए' केवल नंदिनी दूध का उपयोग करने का फैसला किया है. बता दें कि पहले ही चुनावी राज्य कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस और जद (एस) द्वारा बेंगलुरू डेयरी बाजार में प्रवेश करने की अमूल की घोषणा को लेकर जुबानी जंग चल रही है. रविवार को बेंगलुरु होटल्स एसोसिएशन ने एक बयान में अमूल का नाम लिए बगैर कहा कि हमें केवल केवल नंदिनी दुग्ध उत्पादों का प्रचार करना चाहिए.

पढ़ें : Happy Easter 2023: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी को दी ईस्टर की शुभकामनाएं

बृहत बेंगलुरु होटल्स एसोसिएशन ने अपने बयान में कहा कि हम सभी को हमारे किसानों द्वारा उत्पादित कर्नाटक के नंदिनी दूध पर गर्व है. हमें लगता है कि इसे और ज्यादा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. हमारे शहर में, स्वच्छ और स्वादिष्ट कॉफी स्नैक्स की रीढ़ है. हम इसे बड़े गर्व के साथ प्रोत्साहित करते हैं. यह सुना जा रहा है कि दूसरे राज्यों से दूध कर्नाटक भेजा जा रहा हैं. हम सब नंदिनी के साथ हैं. इससे पहले, कांग्रेस ने भाजपा पर राज्य के डेयरी ब्रांड नंदिनी को कमजोर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था.

पढ़ें : JK Infiltration: जम्मू कश्मीर के पुंछ में नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की कोशिश नाकाम

शुक्रवार को, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि सभी कन्नड लोगों को अमूल के उत्पादों को नहीं खरीदने का संकल्प लेना चाहिए. उनका यह बयान कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) और गुजरात के आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड (अमूल) के विलय की अटकलों के बाद आया था. सिद्धारमैया ने कहा कि सभी कन्नड लोगों को केएमएफ को कमजोर करने और इसे किसी दूसरे के हाथ में दे देने का विरोध करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) को कर्नाटक के किसानों के हित के लिए बनाया गया था.

पढ़ें : रामलला के दरबार में आज हाजिरी लगाएंगे महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, सरयू आरती कार्यक्रम में भी होंगे शामिल

उन्होंने कहा कि सभी कन्नड लोगों को अमूल उत्पादों को नहीं खरीदने का संकल्प लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य की सीमाओं के भीतर घुसपैठ कर हिंदी थोपने और भूमि राजद्रोह के अलावा अब भाजपा सरकार कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) को बंद करके किसानों को धोखा देने जा रही है. सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और अमूल को 'पिछले दरवाजे से (राज्य के डेयरी बाजार) में प्रवेश करने से रोकने' का आह्वान किया.

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह को इस संबंध में राज्य में जनमत संग्रह कराना चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह पर भी निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कमजोर भाजपा नेतृत्व के कारण केएमएफ का कारोबार गिरा है.

पढ़ें : अगर खड़गे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनते हैं तो मैं उनके अधीन काम करने को तैयार हूं: शिवकुमार

(एएनआई)

बेंगलुरु (कर्नाटक) : गुजरात स्थित डेयरी दिग्गज अमूल के कर्नाटक में कारोबार बढ़ाने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. राजनीतिक पार्टियों के विरोध के बाद बेंगलुरु होटल्स एसोसिएशन ने 'राज्य के (डेयरी) किसानों का समर्थन करने के लिए' केवल नंदिनी दूध का उपयोग करने का फैसला किया है. बता दें कि पहले ही चुनावी राज्य कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस और जद (एस) द्वारा बेंगलुरू डेयरी बाजार में प्रवेश करने की अमूल की घोषणा को लेकर जुबानी जंग चल रही है. रविवार को बेंगलुरु होटल्स एसोसिएशन ने एक बयान में अमूल का नाम लिए बगैर कहा कि हमें केवल केवल नंदिनी दुग्ध उत्पादों का प्रचार करना चाहिए.

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बृहत बेंगलुरु होटल्स एसोसिएशन ने अपने बयान में कहा कि हम सभी को हमारे किसानों द्वारा उत्पादित कर्नाटक के नंदिनी दूध पर गर्व है. हमें लगता है कि इसे और ज्यादा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. हमारे शहर में, स्वच्छ और स्वादिष्ट कॉफी स्नैक्स की रीढ़ है. हम इसे बड़े गर्व के साथ प्रोत्साहित करते हैं. यह सुना जा रहा है कि दूसरे राज्यों से दूध कर्नाटक भेजा जा रहा हैं. हम सब नंदिनी के साथ हैं. इससे पहले, कांग्रेस ने भाजपा पर राज्य के डेयरी ब्रांड नंदिनी को कमजोर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था.

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शुक्रवार को, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि सभी कन्नड लोगों को अमूल के उत्पादों को नहीं खरीदने का संकल्प लेना चाहिए. उनका यह बयान कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) और गुजरात के आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड (अमूल) के विलय की अटकलों के बाद आया था. सिद्धारमैया ने कहा कि सभी कन्नड लोगों को केएमएफ को कमजोर करने और इसे किसी दूसरे के हाथ में दे देने का विरोध करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) को कर्नाटक के किसानों के हित के लिए बनाया गया था.

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उन्होंने कहा कि सभी कन्नड लोगों को अमूल उत्पादों को नहीं खरीदने का संकल्प लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य की सीमाओं के भीतर घुसपैठ कर हिंदी थोपने और भूमि राजद्रोह के अलावा अब भाजपा सरकार कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) को बंद करके किसानों को धोखा देने जा रही है. सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और अमूल को 'पिछले दरवाजे से (राज्य के डेयरी बाजार) में प्रवेश करने से रोकने' का आह्वान किया.

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह को इस संबंध में राज्य में जनमत संग्रह कराना चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह पर भी निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कमजोर भाजपा नेतृत्व के कारण केएमएफ का कारोबार गिरा है.

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(एएनआई)

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