सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद में बुधवार को खनिज विभाग की रॉबर्ट्सगंज के लोढ़ी टोल प्लाजा पर जांच के चलते भीषण जाम लग गया. इस जाम में एक प्राइवेट एंबुलेंस भी फंस गई. एंबुलेंस में दो बीमार बच्चे थे. घंटों जाम में फंसे रहने के चलते एक बच्चे ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया. घटना के बाद परिजन आक्रोशित हो उठे और उन्होंने बच्चे के शव को खनिज बैरियर के पास रखकर प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान जमकर हंगामा हुआ. हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया.
मारकुंडी घाटी में खनिज विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा लगातार बालू गिट्टी लदे ट्रकों की आए दिन चेकिंग की जाती है, जिसके चलते भीषण जाम लग जाता है और लोगों का आवागमन दूभर हो जाता है. ऐसी ही जांच बुधवार को की जा रही थी, जिसकी वजह से वाराणसी जाने वाला रास्ता पूरी तरह ब्लॉक हो गया. इसी जाम में एक एंबुलेंस फंस गई. सिंगरौली निवासी सद्दाम हुसैन ने बताया कि वह अपने भतीजे चांद बाबू और एक अन्य को लेकर वाराणसी इलाज के लिए जा रहा था. बच्चा सर्प दंश का शिकार हुआ था.
वाराणसी के रास्ते में जब रॉबर्ट्सगंज पहुंचा तो लोढ़ी टोल प्लाजा पर खनिज विभाग की जांच के चलते जाम लगा हुआ था, जिसमें उनकी एम्बुलेंस घन्टो फंसी रही. खनिज विभाग के बैरियर से लगभग एक-डेढ़ किलोमीटर पहले ही जाम के चलते बालक चांद बाबू उम्र 7 वर्ष ने मौके पर दम तोड़ दिया. घटना के बाद परिजनों ने शव को खनिज बैरियर के सामने रखकर जाम लगा दिया और हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे को देखते हुए सीओ सिटी मौके पर पहुंच गए.
खनिज बैरियर पर हंगामे और जाम की सूचना मिलने पर रॉबर्ट्सगंज कोतवाल बालमुकुंद मिश्रा और राहुल मिश्रा मौके पर फोर्स के साथ पहुंच गए. क्षेत्राधिकारी ने किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर और आश्वासन देकर जाम खुलवाया लोगों का आरोप था कि बालू गिट्टी की ट्रकों की जांच के चलते लगातार जाम लग रहा है लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं की जा रही है.
क्षेत्राधिकारी राहुल मिश्रा ने बताया कि जाम अक्सर ही लगता है और इसके लिए लोढ़ी और गुरमा चौकी इंचार्ज लगातार जाम हटवाने का प्रयास करते हैं. खनिज विभाग की जांच के चलते अक्सर यहां जाम लग जाता है. इस संबंध में खनिज विभाग से पत्राचार किया जा रहा है, ताकि समस्या का समाधान हो सके. सीओ सिटी ने बताया कि बच्चे के परिजन उसका शव लेकर चले गए, उनके साथ एक बीमार दूसरा बच्चा भी था.
परिजनों ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया. अगर वह पोस्टमार्टम कराना चाहेंगे तो कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी एंबुलेंस में आ रहे मरीजों के जाम में फंसने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके चलते लोगों को परेशानी होती है, लेकिन न तो जिला प्रशासन और ना ही खनिज विभाग इस समस्या की तरफ ध्यान दे रहा है.