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Watch Video: 10 साल बाद सड़क किनारे मिला लापता पति, देखते ही लिपटकर रोने लगी पत्नी - बलिया में 10 साल बाद पति से मिली पत्नी

बलिया में एक महिला का पति 10 साल पहले लापता हो गया था. शनिवार को वह अचानक मिल (Wife meets husband after 10 years in Ballia) गया. पति को देखते ही महिला फूट-फूट कर रोने लगी...देखें इमोशनल वीडियो

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Published : Jul 29, 2023, 10:55 PM IST

10 साल बाद सड़क किनारे अचानक मिला लापता पति

बलिया: जनपद में दिल को छू लेने वाला एक वाकया सामने आया है. एक महिला का बीमार पति कई साल पहले लापता हो गया था. शनिवार को वह जिला महिला चिकित्सालय के पास सड़क किनारे बैठा मिला. उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. इस बीच पत्नी रास्ते से गुजर रही थी. उसने 10 साल पहले बिछड़े पति को पहली ही नजर में पहचान लिया. इसके बाद पति के गले मिलकर खूब रोई. जिसने भी यह मंजर देखा उसकी आंखों से आंसू निकल आए.

नेपाल में इलाज के लिए भेजा था : जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम देवकली निवासी मोतीचंद वर्मा (45) की शादी जानकी देवी से 21 साल पहले हुई थी. दोनों के तीन बेटे हैं. जानकी ने बताया कि शादी के कुछ साल बाद पति मोतीचंद की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी थी. इलाज कराने के लिए उसने पति मोतीचंद को अपने पिता के साथ नेपाल भेजा था. इस दौरान अचानक से मोतीचंद वहां से गायब हो गया. उसके पिता ने मोतीचंद को खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद जानकी देवी खुद अपने भाई के साथ नेपाल गईं, लेकिन वहां भी कुछ पता नहीं चला. इसके बावदूद जानकी ने हार नहीं मानी, वह पति को खोजने के लिए दर-दर की ठोकरें खाती रही. रिश्तेदारों के सहयोग से भी मोतीचंद की काफी खोजबीन की, लेकिन सालों बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लगा.

पत्नी ने प्रशासन से मांगा था सहयोग : जानकी देवी ने बताया कि सालों तक उसने दूर-दूर तक पति की खोजबीन की. इसके लिए उसने तांत्रिक और बाबाओं का भी सहारा लिया, लेकिन कुछ पता नहीं चला. पत्नी का कहना है कि वह जब भी घर से बाहर निकलती थी, तो अपने पास पति मोतीचंद का फोटो लेकर जाती थी. लोगों से पूछा भी करती थी. जानकी ने बताया कि रास्ते में जितने भी विक्षिप्त व्यक्तियों को देखती थी, तो उनके चेहरे को गौर से देखकर मिलान करती थी. यहीं नहीं उसने प्रशासन को पत्र लिख कर पति की खोजबीन में सहयोग करने की मांग की थी.

जानकी ने ईश्वर का जताया आभार : जानकी ने रोते हुए बताया कि आज वह अपने बेटे का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल जा रही थी. तभी रास्ते में जख्मी और फटे पुराने कपड़े पहने, बड़ी दाढ़ी वाले एक व्यक्ति पर उसकी नजर गई. उसने अपने पति मोतीचंद को पहचान लिया और रोते बिलखते उनसे लिपट गई. जानकी कभी पति को गले लगाती तो कभी दुलारती तो कभी ईश्वर को याद कर उनका शुक्रिया अदा करती. इस दृश्य को देखकर आसपास मौजूद लोगों की आंखों में आंसू भर आए. 10 वर्षों के बाद पति-पत्नी का मिलन हर किसी के दिल को छू गया.

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10 साल बाद सड़क किनारे अचानक मिला लापता पति

बलिया: जनपद में दिल को छू लेने वाला एक वाकया सामने आया है. एक महिला का बीमार पति कई साल पहले लापता हो गया था. शनिवार को वह जिला महिला चिकित्सालय के पास सड़क किनारे बैठा मिला. उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. इस बीच पत्नी रास्ते से गुजर रही थी. उसने 10 साल पहले बिछड़े पति को पहली ही नजर में पहचान लिया. इसके बाद पति के गले मिलकर खूब रोई. जिसने भी यह मंजर देखा उसकी आंखों से आंसू निकल आए.

नेपाल में इलाज के लिए भेजा था : जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम देवकली निवासी मोतीचंद वर्मा (45) की शादी जानकी देवी से 21 साल पहले हुई थी. दोनों के तीन बेटे हैं. जानकी ने बताया कि शादी के कुछ साल बाद पति मोतीचंद की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी थी. इलाज कराने के लिए उसने पति मोतीचंद को अपने पिता के साथ नेपाल भेजा था. इस दौरान अचानक से मोतीचंद वहां से गायब हो गया. उसके पिता ने मोतीचंद को खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद जानकी देवी खुद अपने भाई के साथ नेपाल गईं, लेकिन वहां भी कुछ पता नहीं चला. इसके बावदूद जानकी ने हार नहीं मानी, वह पति को खोजने के लिए दर-दर की ठोकरें खाती रही. रिश्तेदारों के सहयोग से भी मोतीचंद की काफी खोजबीन की, लेकिन सालों बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लगा.

पत्नी ने प्रशासन से मांगा था सहयोग : जानकी देवी ने बताया कि सालों तक उसने दूर-दूर तक पति की खोजबीन की. इसके लिए उसने तांत्रिक और बाबाओं का भी सहारा लिया, लेकिन कुछ पता नहीं चला. पत्नी का कहना है कि वह जब भी घर से बाहर निकलती थी, तो अपने पास पति मोतीचंद का फोटो लेकर जाती थी. लोगों से पूछा भी करती थी. जानकी ने बताया कि रास्ते में जितने भी विक्षिप्त व्यक्तियों को देखती थी, तो उनके चेहरे को गौर से देखकर मिलान करती थी. यहीं नहीं उसने प्रशासन को पत्र लिख कर पति की खोजबीन में सहयोग करने की मांग की थी.

जानकी ने ईश्वर का जताया आभार : जानकी ने रोते हुए बताया कि आज वह अपने बेटे का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल जा रही थी. तभी रास्ते में जख्मी और फटे पुराने कपड़े पहने, बड़ी दाढ़ी वाले एक व्यक्ति पर उसकी नजर गई. उसने अपने पति मोतीचंद को पहचान लिया और रोते बिलखते उनसे लिपट गई. जानकी कभी पति को गले लगाती तो कभी दुलारती तो कभी ईश्वर को याद कर उनका शुक्रिया अदा करती. इस दृश्य को देखकर आसपास मौजूद लोगों की आंखों में आंसू भर आए. 10 वर्षों के बाद पति-पत्नी का मिलन हर किसी के दिल को छू गया.

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