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राहुल गांधी के कार्यालय पर हमले की जांच करेंगे एडीजीपी, कलपेट्टा के डीएसपी सस्पेंड - वायनाड न्यूज़

एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय में तोड़फोड़ के बाद केरल सरकार ने एडीजीपी रैंक के एक अधिकारी से जांच कराने के आदेश दिए और साथ ही कलपेट्टा के डीएसपी को सस्पेंड कर दिया.

राहुल गांधी के कार्यालय पर हमले क विरोध , Rahul gandhi office attack in wayanad
राहुल गांधी के कार्यालय पर हमले क विरोध , Rahul gandhi office attack in wayanad
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Published : Jun 25, 2022, 6:41 AM IST

Updated : Jun 25, 2022, 10:39 AM IST

तिरुवनंतपुरम : एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस सांसद और पार्टी नेता राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय में कथित रूप से तोड़फोड़ किए जाने के कुछ घंटों बाद केरल सरकार ने शुक्रवार रात एडीजीपी रैंक के अधिकारी से जांच कराने के आदेश दिए और साथ ही कलपेट्टा के डीएसपी को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही डीएसपी के खिलाफ भी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय पर हमले के बाद सीपीएम की छात्र इकाई एसएफआई के आठ छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने राहुल के ऑफिस में तोड़फोड़ की. हालांकि कांग्रेस ने सीपीएम सरकार और भाजपा, दोनों पर आरोप लगाए हैं.

मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि राज्य सरकार गांधी के कार्यालय तक मार्च और उसके बाद हुई अप्रिय घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच करेगी. एक बयान के अनुसार, पुलिस मुख्यालय एडीजीपी को मामले की जांच करने और एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. घटना के समय इलाके के प्रभारी कालपेट्टा डीएसपी को जांच जारी रहने तक निलंबित कर दिया है. वायनाड में कांग्रेस सांसद के कार्यालय के खिलाफ सत्तारूढ़ माकपा की छात्र शाखा एसएफआई का विरोध मार्च हिंसक हो गया क्योंकि कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कथित तौर पर लोकसभा सदस्य के कार्यालय में प्रवेश किया और उसमें तोड़फोड़ की, जिसके बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इसकी कड़ी निंदा की. साथ ही कहा कि घटना को जिस किसी ने भी अंजाम दिया पुलिस उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.

सरकार की यह कार्रवाई एसएफआई द्वारा कलपेट्टा में अपने शीर्ष नेता के कार्यालय में "हिंसा के कृत्य" की निंदा करने के लिए कांग्रेस द्वारा अपना विरोध तेज करने और राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करने के ऐलान के तुरंत बाद आई. जो कुछ क्षेत्रों में हिंसक हो गया. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय पर हमला हुआ है. हमले के बाद सीपीएम की छात्र इकाई एसएफआई के आठ छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने राहुल के ऑफिस में तोड़फोड़ की. कांग्रेस ने सीपीएम सरकार और भाजपा, दोनों पर आरोप लगाए हैं.

छात्र संगठन ने यह आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया कि राहुल गांधी ने केरल के पहाड़ी इलाकों में जंगलों के आसपास बफर जोन बनाए जाने के मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं किया. विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला अराजकता और गुंडागर्दी को दिखाता है. उन्होंने ट्वीट किया, 'वायनाड में राहुल गांधी के सांसद कार्यालय पर एसएफआई के गुंडों का भयावह हमला. यह अराजकता और गुंडागर्दी है. माकपा संगठित माफिया में बदल गई है. हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं.'

यह भी पढ़ें-केरल: राहुल के कार्यालय पर हमला, कांग्रेस बोली- सीपीएम और भाजपा की 'घिनौनी सौदेबाजी'

तिरुवनंतपुरम : एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस सांसद और पार्टी नेता राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय में कथित रूप से तोड़फोड़ किए जाने के कुछ घंटों बाद केरल सरकार ने शुक्रवार रात एडीजीपी रैंक के अधिकारी से जांच कराने के आदेश दिए और साथ ही कलपेट्टा के डीएसपी को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही डीएसपी के खिलाफ भी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय पर हमले के बाद सीपीएम की छात्र इकाई एसएफआई के आठ छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने राहुल के ऑफिस में तोड़फोड़ की. हालांकि कांग्रेस ने सीपीएम सरकार और भाजपा, दोनों पर आरोप लगाए हैं.

मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि राज्य सरकार गांधी के कार्यालय तक मार्च और उसके बाद हुई अप्रिय घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच करेगी. एक बयान के अनुसार, पुलिस मुख्यालय एडीजीपी को मामले की जांच करने और एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. घटना के समय इलाके के प्रभारी कालपेट्टा डीएसपी को जांच जारी रहने तक निलंबित कर दिया है. वायनाड में कांग्रेस सांसद के कार्यालय के खिलाफ सत्तारूढ़ माकपा की छात्र शाखा एसएफआई का विरोध मार्च हिंसक हो गया क्योंकि कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कथित तौर पर लोकसभा सदस्य के कार्यालय में प्रवेश किया और उसमें तोड़फोड़ की, जिसके बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इसकी कड़ी निंदा की. साथ ही कहा कि घटना को जिस किसी ने भी अंजाम दिया पुलिस उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.

सरकार की यह कार्रवाई एसएफआई द्वारा कलपेट्टा में अपने शीर्ष नेता के कार्यालय में "हिंसा के कृत्य" की निंदा करने के लिए कांग्रेस द्वारा अपना विरोध तेज करने और राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करने के ऐलान के तुरंत बाद आई. जो कुछ क्षेत्रों में हिंसक हो गया. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय पर हमला हुआ है. हमले के बाद सीपीएम की छात्र इकाई एसएफआई के आठ छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने राहुल के ऑफिस में तोड़फोड़ की. कांग्रेस ने सीपीएम सरकार और भाजपा, दोनों पर आरोप लगाए हैं.

छात्र संगठन ने यह आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया कि राहुल गांधी ने केरल के पहाड़ी इलाकों में जंगलों के आसपास बफर जोन बनाए जाने के मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं किया. विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला अराजकता और गुंडागर्दी को दिखाता है. उन्होंने ट्वीट किया, 'वायनाड में राहुल गांधी के सांसद कार्यालय पर एसएफआई के गुंडों का भयावह हमला. यह अराजकता और गुंडागर्दी है. माकपा संगठित माफिया में बदल गई है. हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं.'

यह भी पढ़ें-केरल: राहुल के कार्यालय पर हमला, कांग्रेस बोली- सीपीएम और भाजपा की 'घिनौनी सौदेबाजी'

Last Updated : Jun 25, 2022, 10:39 AM IST
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