कानपुर: मेरे बच्चे के साथ वारदात हुई है, हमें न्याय दिलाइए, हम आपको प्रार्थना पत्र दे रहे हैं, उसी आधार पर हमें न्याय चाहिए. रविवार देर शाम यह बातें रामा मेडिकल के एमबीबीएस छात्र रहे मृतक साहिल के पिता बृजमोहन सारस्वत और उनके चाचा ने पुलिस अफसरों के सामने पोस्टमार्टम हाउस में कहीं. दरअसल, देर रात तक साहिल के शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ तो परिजन प्रशासन पर भड़क गए. यहां डीएम की अनुमति पर देर रात डॉक्टरों के पैनल ने साहिल की बॉडी का पोस्टमार्टम किया. मृतक के शरीर में कई चोट के निशान और सिर पर धारदार हथियार से वार करने के निशान मिले हैं.
50 छात्रों से हुई पूछताछ
शहर के बिठूर थाना क्षेत्र स्थित रामा मेडिकल कॉलेज के छात्र साहिल की खून से सनी बॉडी पुलिस को कॉलेज बेसमेंट में रविवार की सुबह बरामद की थी. इस मामले की जांच के दौरान पुलिस कॉलेज के 50 छात्रों से पूछताछ कर रही है. जिसमें कई अहम जानकारियां पुलिस को मिली हैं. मृतक साहिल ने शनिवार देर रात कई दोस्तों के साथ पार्टी की थी, इस पार्टी में जो छात्र शामिल नहीं हुए थे, वह नाराज थे. इसी तरह पुलिस को कॉल डिटेल से भी कई अहम सुराग मिले हैं. यह तथ्य भी सामने आया है कि साहिल को खूब शराब पिलाई गई थी और फिर सीढ़ियों के पास ले जाकर मारा-पीटा गया. वारदात को अंजाम देने वाले उसकी हत्या कर बॉडी को सीढ़ियों से गिरकर मौत में दिखाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने हॉस्टल में लगे 5 कैमरों की 10 घंटे की रिकार्डिंग देखकर छात्रों से पूछताछ कर रही है.
आने-जाने वालों की कोई एंट्री नहीं
पुलिस की जांच में सामने आया, कि हॉस्टल में कुल 260 छात्र-छात्राएं रहते हैं। मगर हॉस्टल के एंट्री गेट पर रखे रजिस्टर में किसी छात्र के आने-जाने की कोई एंट्री नहीं है. जहां साहिल की बॉडी मिली थी, वहां गार्डों और वार्डन के रूम 10 मीटर की दूरी पर बने हुए हैं. ऐसे में एक बड़ा सवाल है कि जब छात्रों ने पार्टी का आयोजन किया तो क्या गार्डों को इसकी भनक नहीं लगी ? साहिल को अगर मारा गया तो उसकी चीख-पुकार किसी को क्यों सुनाई नहीं दी? इसके अलावा दो अहम बिंदु ये भी हैं कि साहिल का रूम पार्टनर अमित पार्टी में शराब पीकर वहां से चला क्यों गया था? वहीं हॉस्टल में एक छात्र करन का साहिल से लंबे समय से विवाद की बात कही जा रही है.
दादा-दादी चाहते थे साहिल सर्जन बने
साहिल की मौत के बाद मथुरा के आशापुरी मंडी स्थित उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. साहिल की मां आरती ने बताया कि वह दीपावली पर घर आया था. इसके बाद वह भैया दूज के अगले दिन कानपुर चला गया था. उन्होंने बताया कि साहिल के दादा-दादी चाहते थे कि वह डॉक्टर बनकर सर्जन बने. इसके लिए उन लोगों ने अपना एक प्लॉट बेचने का भी फैसला किया और साहिल को कानपुर के रामा मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराया था. साहिल की मां ने बताया कि उसकी बैक लगने की वजह से वह परीक्षाओं की तैयारी की बात कहकर घर से गया था. उसने कहा था कि मां मेरा सेहरा तब सजाना, जब मैं सर्जन बन जाऊं. रोते बिलखते साहिल की मां ने कहा कि उन्हें क्या पता था कि उनके बेटे की हत्या कर दी जाएगी.
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