पुरी : ओडिशा के विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में उपद्रवियों ने 40 मिट्टी के चूल्हे तोड़ दिए. इन चूल्हों का उपयोग भक्तों के लिए महाप्रसाद बनाने के लिए किया जाता था. इस घटना से सभी हैरान हैं. पुलिस और मंदिर प्रशासन इस घटना की गंभीरता से जांच कर रहा है.
इस घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. टीम का गठन मंदिर सुरक्षा प्रशासकों और नीति प्रशासकों से की ओर से की गयी है. टीम ने कुछ सेवायतों और जगन्नाथ टेंपल पुलिस (JTP) से पूछताछ की. पुरी के जिलाधिकारी समर्थ बर्मा (Puri District Magistrate Samarth Burma ) ने कहा कि दो दिन की जांच और टीम की रिपोर्ट के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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रोशाघर (रसोईघर) में सीसीटीवी की कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं, सुरक्षा कड़ी करने के लिए आगे कदम उठाए जाएंगे. जिन चूल्हों की तोड़-फोड़ की गयी उसमें लकड़ी का उपयोग करके 15,000 भक्तों के लिए सेवा की जाती थी. जगन्नाथ मंदिर की रसोई में पुजारी प्रतिदिन एक लाख भक्तों के लिए महाप्रसाद तैयार कर सकते हैं.