मोतीडूंगरी गणेश मंदिर: रवि पुष्य नक्षत्र में भगवान का हुआ पंचामृत अभिषेक
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छोटीकाशी में रवि पुष्य नक्षत्र पर मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में पंचामृत अभिषेक (Panchamrit Abhishek in Ravi Pushya Nakshtra) हुआ. मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में भगवान गणेश का 151 किलो दूध, 21 किलो बुरा, 21 किलो दही, 21 किलो गन्ने का रस, 11 किलो शहद से पंचामृत अभिषेक किया गया. साथ ही नवीन पोशाक भी धारण करवाई गई. महंत कैलाश शर्मा ने भगवान गणेश का अभिषेक करने के बाद 1008 मोदक अर्पित किए. बता दें कि 1761 में जयपुर के राजा माधोसिंह की रानी के पैतृक गांव मावली (गुजरात) से मोती डूंगरी गणेश मंदिर की प्रतिमा को लाया गया था. 1761 से पहले भी इस प्रतिमा का इतिहास 500 सालों से ज्यादा पुराना है. मोती डूंगरी गणेश के प्रति जयपुर सहित प्रदेश और पूरे देश के लोगों में गहरी आस्था का है. सामान्य तौर पर यहां 50 हजार से ज्यादा लोग प्रतिदिन दर्शन करने आते हैं. वहीं रवि पुष्य योग में भगवान के पंचामृत अभिषेक के दौरान भी सैकड़ों श्रद्धालु यहां मौजूद रहे, इसके साथ ही भगवान गणेश के ऑनलाइन दर्शन की भी व्यवस्था की गई.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:23 PM IST