उदयपुर. देश के विकास के लिए राज्यों और जिलों में एक मास्टर प्लान तैयार किया जाता है. इसी मास्टर प्लान के तहत काम किया जाता है. इसी तरह टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए मास्टर प्लान बनाया जा रहा है. ये मास्टर प्लान विश्व प्रसिद्ध झीलों की नगरी उदयपुर में बन रहा है. दरअसल, पर्यटन विभाग लेक सिटी उदयपुर में सैलानियों को और अधिक पगफेरा बढ़ाने के लिए अब मास्टर प्लान तैयार (Tourism Master Plan in Udaipur) करेगा. जिला प्रशासन ने इसके लिए खाका तैयार करने की जिम्मेदारी एक कंपनी को दी है. मास्टर प्लान तैयार होने पर पर्यटन स्थलों का कायाकल्प हो सकेगा.
मास्टर प्लान शीघ्र तैयार करें: जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा, उदयपुर जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेषज्ञों से विचार-विमर्श करते हुए प्रभावी मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए. साथ ही एक कंसल्टेंसी फर्म की तरफ से तैयार कॉन्सेप्ट नोट को देखा और चर्चा की. उन्होंने बताया कि मास्टर प्लान तैयार होने के बाद इसे पब्लिक डोमेन में रखकर आमजन से सुझाव लेकर अंतिम रूप दिया जाएगा. जिला कलेक्टर ने कहा, मास्टर प्लान ऐसा होना चाहिए, जिससे उदयपुर में पर्यटन विकास के साथ चहुंमुखी विकास सुनिश्चित हो. साथ ही पर्यटकों को होने वाली असुविधाओं को खत्म किया जा सके.
एडवेंचर और नाइट टूरिज्म को प्रोत्साहन: कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा पर्यटन के कई पहलुओं जैसे धार्मिक पर्यटन, सांस्कृतिक पर्यटन, एडवेंचर टूरिज़म, इको पर्यटन और नाइट टूरिज्म को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. होटल संगठनों ने भी नाइट टूरिज्म को प्रोत्साहित करने में सहयोग देने की बात कही है. कलेक्टर ने कहा कि उदयपुर में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं, जिसके लिए प्रॉपर प्लान ऑफ एक्शन बनाने की जरूरत है. कलेक्टर ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म स्थापित करने के भी निर्देश दिए.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट को टूरिज्म फ़्रेंडली बनाने पर चर्चा: जिला कलेक्टर ने कहा कि शहर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर और टूरिस्ट फ्रेंडली बनाने, बाहर से आने वाली गाड़ियों का डाटा ट्रेस करने, पर्यटकों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने को लेकर निर्देश दिए गए. उन्होंने बताया कि 1 फरवरी से यूआईटी की तरफ से शहर में साइनेज लगने का काम शुरू होगा. साथ ही जिले के समस्त होटल्स का शत प्रतिशत लिस्टिंग का काम भी जारी है. इन सबके अलावा नगर निगम से हेरिटेज वॉक को फिर से शुरू करने का प्लान है. इस दौरान कलेक्टर ने शहर में संचालित होने वाले ई-रिक्शा में 25 ई-रिक्शा महिला चालकों को देने के निर्देश दिए.
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हर साल लाखों सैलानी उदयपुर आते हैं घूमने: पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना का कहना है कि संभवतः टूरिज्म मास्टर प्लान देश में पहली बार बन रहा है. यह प्लान पूरे जिले को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है. इसके लिए एक कंपनी को खाका तैयार करने की भी कहा है. जल्द ही इस पर काम पूरा हो जाएगा. बता दें कि उदयपुर अपनी खूबसूरती के लिए देश-दुनिया में मशहूर है. नीली झीलों के शहर को देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में सैलानी घूमने के लिए आते हैं.