उदयपुर. आरपीएससी पेपर लीक मामले में शेरसिंह का नाम सामने आने के बाद से ही राजस्थान पुलिस की 10 अलग-अलग टीमें शेर सिंह मीणा को गिरफ्तार करने के लिए जुट गईं. लेकिन अभी तक उसका कोई पुलिस को विशेष सुराग नहीं लगा है. अब उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने शेर सिंह मीणा की खिलाफ 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है.
10 पुलिस की टीमें दे रहीं दबिश
अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा जो कि जयपुर जिले के चोमू का रहने वाला बताया जा रहा है.जो स्वरूपगंज आबूरोड में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत है.पुलिस की अलग-अलग 10 टीमें उसके संभावित ठिकानों पर दबिश देने में जुटी हुई है.लेकिन अभी तक उसका कोई पता नहीं लगा है.पुलिस का मानना है,कि शेर सिंह मीणा की गिरफ्तारी के बाद आरपीएससी पेपर लीक मामले का बड़ा पर्दाफाश हो सकता है.ऐसे में पुलिस इस पूरे मामले की गुत्थी सुलझाने के साथ यह भी पता लगाएगी कि पेपर लीक कहां से हुआ और कैसे चलती बस में अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्व कराया गया.
गिरफ्तार पटवारी उगल रहा राज
आरपीएससी पेपर लीक मामले में पेपर सॉल्व कर आने वाले गिरफ्तार गमाराम और राजीव उपाध्याय की पुलिस रिमांड अवधि पूरी होने पर उन्हें कोर्ट ने जेल में भेज दिया.लेकिन पटवारी ने पुलिस पूछताछ में कई ऐसे खुलासे किए हैं, जिससे पुलिस को आरपीएससी पेपर लीक मामले का बड़ा सुराग हाथ लगा है.पटवारी ने बताया कि किस तरह से पेपर सॉल्व करवाया गया, कैसे उसने एक व्यक्ति को जयपुर से पेपर के लिए उदयपुर भेजा था.फिलहाल ये दोनों ही आरोपी जेल की सलाखों के पीछे हैं.
आरपीएससी पेपर लीक का यह पूरा मामला...
राजस्थान के उदयपुर में आरपीएससी पेपर लीक की कहानी पुलिस के सामने आई थी.उदयपुर के बेकरिया थाना क्षेत्र में 24 दिसंबर 2022 को चलती बस में पेपर लीक का मामला सामने आया था.जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछा अलग-अलग टीमें गठित कर इस पेपर लीक का भंडाफोड़ किया था. बस में राजस्थान सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती एग्जाम के करीब 46 अभ्यर्थी बैठे थे. अभ्यर्थियों के पास से भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र बरामद किए गए थे.अभ्यर्थियों के पास से मिले जनरल नॉलेज (जीके) पेपर का भर्ती परीक्षा के पर्चे से मिलान कराया गया तो दोनों में समानता पाई गई. राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने इसके बाद एग्जाम रद्द कर दिया था. इस मामले में अब तक 58 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.