उदयपुर. राज्य में आरपीएससी पेपर लीक मामले में पुलिस की गिरफ्त से मुख्य आरोपी अभी भी बाहर है. घटना के 37 दिन बीत जाने के बाद भी मुख्य सरगना सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण का कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला है. पुलिस की अलग-अलग टीमें इन दोनों की तलाश में जुटी हैं. दोनों ही सरगनाओं के खिलाफ पुलिस ने वारंट जारी किया है. साथ ही इनके ऊपर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. इस पेपर लीक मामले में अब तक 57 लोगों की गिरफ्तार किया था. हालांकि, इन आरोपियों में से 33 लोगों को कोर्ट से जमानत मिल गई है.
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6 महीने से SOG कर रही तलाश: पिछले 6 महीनों से एसओजी जिन आरोपियों की तलाश में खाक छान रही थी, उन्हीं आरोपियों ने सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक किया है. आरपीएससी पेपर लीक करने का आरोप सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण पर है. इन दोनों ने छह महीने पहले कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक किए थे. इस मामले में एसओजी को अभी तक आरोपियों की तलाश थी. अब एसओजी और राजस्थान पुलिस इन आरोपियों की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है.
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2 पुलिस थानों में मामले दर्ज है: मामले में पुलिस अब तक 57 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. जिसमें से 46 अभ्यर्थी भी शामिल बताए जा रहे हैं. हालांकि, 33 लोगों को जमानत मिल गई है. उदयपुर पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग थानों में केस दर्ज किए हैं. एक मामला बेकरिया थाने में तो दूसरा मामाला सुखेर थाने में दर्ज किया गया है. वहीं, पेपर लीक मामले में पकड़े गए दो आरोपी एमबीबीएस छात्र हैं. ये सभी आरोपी जालोर और जोधपुर जिले के रहने वाले हैं.
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क्या है पूरा मामला जानिए: उदयपुर के बेकरिया थाना क्षेत्र में 24 दिसंबर को पुलिस ने एक बस पकड़ी थी, जिसमें राजस्थान सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के करीब 46 अभ्यर्थी बैठे थे. बस में सवार कुछ अभ्यर्थियों के पास से भर्ती परीक्षा के पेपर मिले थे. सभी का पेपर के भर्ती परीक्षा के पर्चे से मिलान कराया गया. दोनों पेपर मैच कर गए थे. इस घटना की सूचना आरपीएससी को दी गई. इसके बाद एग्जाम को रद्द कर दिया गया था.