उदयपुर. आरपीएससी पेपर लीक मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण समेत 3 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया है. इस मामले में सारण के अलावा जालोर निवासी सुरेश बिश्नोई और डमी अभ्यर्थी मनोहर बिश्नोई के खिलाफ पुलिस ने जांच पूरी कर ली है.
भूपेंद्र सारण ने बनाई थी योजना : जांच अधिकारी एएसपी मंजीत सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया गया है. फिलहाल दो फरार आरोपियों के खिलाफ जांच जारी है. पुलिस जांच में सामने आया कि परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट को बिठाने की पूरी प्लानिंग भूपेंद्र सारण करता था. भूपेंद्र सारण के प्लान तैयार करने के बाद डमी कैंडिडेट को परीक्षा दिलाने का जिम्मा सुरेश बिश्नोई का था. पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सुरेश बिश्नोई अभ्यर्थियों को 5 लाख रुपए में डमी अभ्यर्थियों के जरिए परीक्षा पास कराने का दावा करता था. इसके बाद फुल प्रूफ प्लानिंग के तहत असली कैंडिडेट की जगह डमी कैंडिडेट के कागज तैयार करवा देता था.
2 लोगों के खिलाफ जांच जारी रखने के आदेश : आरपीएससी पेपर लीक मामले में मूल अभ्यर्थी अशोक पारीक और मुख्य सरगना सुरेश ढाका फिलहाल फरार हैं. इन दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस अलग-अलग टीमें गठित कर लगातार दबिश दे रही है, लेकिन अभी तक इन दोनों का कोई सुराग पुलिस को नहीं लग पाया है. इन दोनों के खिलाफ कोर्ट ने पुलिस जांच जारी रखने के आदेश दिए हैं.
ये है पूरा मामला : उदयपुर जिले के बेकरिया थाना क्षेत्र में गत 24 दिसंबर 2022 को एक चलती बस में आरपीएससी का पेपर लीक हो गया था. इस बस में राजस्थान सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के करीब 46 केंडिडेट्स सवार थे. जांच में इन अभ्यर्थियों के पास से भी भर्ती परीक्षा के क्वेश्चन पेपर मिले थे. राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने इसके बाद एग्जाम को रद्द कर दिया था.