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नाथद्वारा के दंगल में सीपी जोशी और विश्वराज सिंह के बीच होगी टक्कर, इस सीट पर हो चुकी है 1 वोट से हार-जीत

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए नाथद्वारा में चुनावी चौसर बिछ चुकी है. सियासत के सूरमा पूरी जोर-अजमाइश कर रहे हैं. प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में से एक नाथद्वारा में इस बार मुकाबला रोचक होगा. इस सीट पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह के बीच मुकाबला होना है.

Rajasthan assembly Election 2023
नाथद्वारा का दंगल
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 26, 2023, 6:42 PM IST

Updated : Nov 24, 2023, 4:41 PM IST

उदयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को मतदान होगा. मतदान को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस बार प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. इसी में से मेवाड़ की सबसे हॉट सीट नाथद्वारा है, जहां इस बार का विधानसभा चुनाव काफी रोचक होने वाला है. नाथद्वारा सीट से इस बार कांग्रेस से जहां विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी मैदान में हैं तो वहीं भाजपा ने मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह को उतारा है.

दिलचस्प होगा मुकाबलाः नाथद्वारा विधानसभा सीट अपने आप में काफी खास है, क्योंकि वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता सीपी जोशी इस सीट से एक वोट से चुनाव पूर्व में हार चुके हैं. कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी साल 2008 में एक वोट के चलते विधानसभा नहीं पहुंच पाए थे. 2008 के चुनाव में भाजपा के कल्याण सिंह और कांग्रेस के सीपी जोशी के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला था. इस बार भी इस विधानसभा सीट से चुनाव में दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी सामने आने के बाद रोचक मुकाबला नजर आ रहा है.

पढ़ेंः Rajasthan Assembly Election 2023 : प्रल्हाद जोशी की दो टूक- बीजेपी नहीं करेगी घोषित प्रत्याशियों में कोई बदलाव, ईडी की कार्रवाई को बताया सही

हॉटसीट नाथद्वारा का सियासी गणित: बता दें कि नाथद्वारा विधानसभा सीट पर 71 सालों में हुए 15 विधानसभा चुनाव में 8 बार ब्राह्मण, 6 बार राजपूत, एक बार जैन उम्मीदवार इस सीट से विधायक बने हैं. हालांकि नाथद्वारा विधानसभा सीट पर एक भी बार महिला विधायक नहीं बनी है. साल 2008 में भाजपा के कल्याण सिंह ने डॉ सीपी जोशी को एक वोट से चुनाव हराया था. कल्याण सिंह ने कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ सीपी जोशी को हराकर खूब सुर्खियां बटोरी थी. साल 2008 में सीपी जोशी मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे ओर नाथद्वारा विधानसभा सीट पूरे देश में चर्चा में आ गई थी.

वोटरों की संख्या व जातीय समीकरण: नाथद्वार में कुल 2 लाख 37 हजार 942 मतदाता हैं, जिसमें 1 लाख 22 हजार 175 पुरूष मतदाता और 1 लाख 15 हजार 767 महिला मतदाता हैं.साल 2018 के बाद चुनाव आयोग ने नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में 11 हजार 76 नए मतदाताओं को जोड़ा है, जिसमें से 6 हजार 31 युवक और 5 हजार 45 युवतियां हैं, जो पहली बार विधानसभा चुनाव में मतदान करेंगे. इस सीट पर सर्वाधिक मतदाता राजपूत समाज से हैं. यहां राजपूत मतदाता 60 हजार, ब्राह्मण 41000, अनुसूचित जनजाति 40 हजार और अनुसूचित जाति के 22 हजार मतदाता हैं. इसी प्रकार वैश्य मतदाता 22000, मुस्लिम 6500 और अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता 47000 हैं.

पढ़ेंः Rajasthan Election 2023 : राजधानी में फंस गया पेंच, जानिए कांग्रेस और बीजेपी के सामने की चुनौती

कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने: साल 2018 में डॉ सीपी जोशी ने भाजपा के महेश प्रताप सिंह को चुनाव में शिकस्त दी थी. नाथद्वारा सीट से पिछला चुनाव सीपी जोशी ने 16,500 वोटों से जीता था. इससे पूर्व भाजपा के कल्याण सिंह कांग्रेस के देवकीनंदन गुर्जर से 12,472 से जीते थे. भाजपा ने नाथद्वारा विधानसभा सीट पर लगातार चौथी बार राजपूत उम्मीदवार को टिकट दिया है. 2008 के चुनाव में भाजपा ने कल्याण सिंह चैहान को मैदान में उतारा था. 2013 के चुनाव में भाजपा ने कल्याण सिंह चौहान पर भरोसा जताते हुए फिर से टिकट दिया था. कल्याण सिंह के निधन के बाद भाजपा ने 2018 के चुनाव में महेश प्रतापसिंह को टिकिट दिया था. भाजपा नाथद्वारा सीट से 2008 से लगातार राजपूत उम्मीदवार को मैदान में उतार रही है. इस बार भी भाजपा ने चुनाव में विश्वराज सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने 8वीं बार सीपी जोशी को मौका दिया है.जोशी साल 1980 में पहला चुनाव लड़े थे और विजयी रहे थे. साल 1985 में जोशी को नाथद्वारा सीट से दूसरी बार उम्मीदवार बनाया गया. जोशी को तीसरी बार साल 1990 में कांग्रेस ने मौका दिया. इसके बाद साल 1998, 2003 और 2008 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने जोशी को उम्मीदवार बनाया था. कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में जोशी को सातवीं बार उम्मीदवार बनाया था.

उदयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को मतदान होगा. मतदान को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस बार प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. इसी में से मेवाड़ की सबसे हॉट सीट नाथद्वारा है, जहां इस बार का विधानसभा चुनाव काफी रोचक होने वाला है. नाथद्वारा सीट से इस बार कांग्रेस से जहां विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी मैदान में हैं तो वहीं भाजपा ने मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह को उतारा है.

दिलचस्प होगा मुकाबलाः नाथद्वारा विधानसभा सीट अपने आप में काफी खास है, क्योंकि वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता सीपी जोशी इस सीट से एक वोट से चुनाव पूर्व में हार चुके हैं. कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी साल 2008 में एक वोट के चलते विधानसभा नहीं पहुंच पाए थे. 2008 के चुनाव में भाजपा के कल्याण सिंह और कांग्रेस के सीपी जोशी के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला था. इस बार भी इस विधानसभा सीट से चुनाव में दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी सामने आने के बाद रोचक मुकाबला नजर आ रहा है.

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हॉटसीट नाथद्वारा का सियासी गणित: बता दें कि नाथद्वारा विधानसभा सीट पर 71 सालों में हुए 15 विधानसभा चुनाव में 8 बार ब्राह्मण, 6 बार राजपूत, एक बार जैन उम्मीदवार इस सीट से विधायक बने हैं. हालांकि नाथद्वारा विधानसभा सीट पर एक भी बार महिला विधायक नहीं बनी है. साल 2008 में भाजपा के कल्याण सिंह ने डॉ सीपी जोशी को एक वोट से चुनाव हराया था. कल्याण सिंह ने कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ सीपी जोशी को हराकर खूब सुर्खियां बटोरी थी. साल 2008 में सीपी जोशी मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे ओर नाथद्वारा विधानसभा सीट पूरे देश में चर्चा में आ गई थी.

वोटरों की संख्या व जातीय समीकरण: नाथद्वार में कुल 2 लाख 37 हजार 942 मतदाता हैं, जिसमें 1 लाख 22 हजार 175 पुरूष मतदाता और 1 लाख 15 हजार 767 महिला मतदाता हैं.साल 2018 के बाद चुनाव आयोग ने नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में 11 हजार 76 नए मतदाताओं को जोड़ा है, जिसमें से 6 हजार 31 युवक और 5 हजार 45 युवतियां हैं, जो पहली बार विधानसभा चुनाव में मतदान करेंगे. इस सीट पर सर्वाधिक मतदाता राजपूत समाज से हैं. यहां राजपूत मतदाता 60 हजार, ब्राह्मण 41000, अनुसूचित जनजाति 40 हजार और अनुसूचित जाति के 22 हजार मतदाता हैं. इसी प्रकार वैश्य मतदाता 22000, मुस्लिम 6500 और अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता 47000 हैं.

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कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने: साल 2018 में डॉ सीपी जोशी ने भाजपा के महेश प्रताप सिंह को चुनाव में शिकस्त दी थी. नाथद्वारा सीट से पिछला चुनाव सीपी जोशी ने 16,500 वोटों से जीता था. इससे पूर्व भाजपा के कल्याण सिंह कांग्रेस के देवकीनंदन गुर्जर से 12,472 से जीते थे. भाजपा ने नाथद्वारा विधानसभा सीट पर लगातार चौथी बार राजपूत उम्मीदवार को टिकट दिया है. 2008 के चुनाव में भाजपा ने कल्याण सिंह चैहान को मैदान में उतारा था. 2013 के चुनाव में भाजपा ने कल्याण सिंह चौहान पर भरोसा जताते हुए फिर से टिकट दिया था. कल्याण सिंह के निधन के बाद भाजपा ने 2018 के चुनाव में महेश प्रतापसिंह को टिकिट दिया था. भाजपा नाथद्वारा सीट से 2008 से लगातार राजपूत उम्मीदवार को मैदान में उतार रही है. इस बार भी भाजपा ने चुनाव में विश्वराज सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने 8वीं बार सीपी जोशी को मौका दिया है.जोशी साल 1980 में पहला चुनाव लड़े थे और विजयी रहे थे. साल 1985 में जोशी को नाथद्वारा सीट से दूसरी बार उम्मीदवार बनाया गया. जोशी को तीसरी बार साल 1990 में कांग्रेस ने मौका दिया. इसके बाद साल 1998, 2003 और 2008 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने जोशी को उम्मीदवार बनाया था. कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में जोशी को सातवीं बार उम्मीदवार बनाया था.

Last Updated : Nov 24, 2023, 4:41 PM IST
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