उदयपुर. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर का 16वां दीक्षांत समारोह बुधवार को गरिमापूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. राज्यपाल कलराज मिश्र ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि यह विश्वविद्यालय खेतों में उन्नत पैदावार और स्थानीय जलवायु अनुसार खेती को आगे बढ़ाने के विषयों पर ध्यान दे.
इस अवसर पर उन्होंने सभी पदक विजेताओं और उपाधि प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं. राज्यपाल ने कहा कि कृषि एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आपका यह विश्वविद्यालय शोध और शिक्षा का देश का प्रमुख केन्द्र बने. इसके लिए जरूरी है कि नवाचार अपनाते हुए ऐसे विषयों पर विश्वविद्यालय ध्यान दें, जिससे खेतों में उन्नत पैदावर ही नहीं हो बल्कि स्थानीय जलवायु के अनुसार खेती आगे बढ़े. कृषि क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों के दौरान तेजी से विकास और पैदावार में भी तेजी से वृद्धि हुई है.
उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी व खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत हमें अब बहु-आयामी रणनीति अपनानी होगी. जिसके अंतर्गत खाद्य उत्पादन के साथ ही उनके भंडारण, खाद्य प्रसंस्करण, जरूरतमंदों के लिए विशिष्ट उत्पादन कर उन तक प्रभावी रूप में पोषण पहुंचाने की दिशा में भी कार्य करने होंगे. जलवायु परिवर्तन तथा ग्लोबल वार्मिंग इस समय की सबसे बड़ी समस्याएं हैं. कृषि-पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित कैसे किया जाए, इस पर वृहद स्तर पर चिंतन करते हुए कार्य करने की आवश्यकता है.
इस दीक्षांत समारोह में बेटियों ने पदक हासिल करने में बाजी मारी है. 12 छात्रों और 23 छात्राओं ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया है. दीक्षांत समारोह में 760 स्नातक, 126 स्नातकोत्तर और 68 विद्यावाचस्पति विद्यार्थिओं को उपाधियां प्रदान की गईं. साथ ही 13 स्नातक, 17 स्नातकोत्तर और 2 विद्यावाचस्पति छात्रों को उनके संबंधित संकायों में योग्यता के क्रम में प्रथम स्थान हासिल करने पर स्वर्ण पदक प्रदान किया गया. इस दीक्षांत समारोह में 650 छात्रों और 304 छात्राओं को उपाधि मिली है.