उदयपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण का असर अब आम जनजीवन पर भी दिखाई देने लगा है. उदयपुर के सूचना केंद्र में बनी लाइब्रेरी इसका जीता जागता उदाहरण है, जो 47 साल के इतिहास में पहली बार आम छात्रों के लिए पूरी तरह बंद कर दी गई है.
जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के बाद आम से खास सभी इससे बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं. ऐसा ही कुछ मामला लेक सिटी उदयपुर में भी देखने को मिल रहा है. जहां आम छात्रों के लिए पढ़ाई का केंद्र बन चुकी सूचना केंद्र की लाइब्रेरी पिछले 4 महीनों से पूरी तरह बंद हो गई है.
आम दिनों में इस लाइब्रेरी में बड़ी संख्या में उदयपुर और आसपास के जिलों के रहने वाले छात्र हर दिन आकर पढ़ाई करते थे. लेकिन बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के बाद सूचना केंद्र प्रशासन की ओर से इसे बंद कर दिया गया है. उदयपुर के सूचना केंद्र उप निदेशक डॉ. कमलेश शर्मा ने बताया कि बढ़ते खतरे को देखते हुए पिछले कुछ समय से इस वर्षों पुरानी लाइब्रेरी को बंद किया गया है, और राज्य सरकार के निर्देश के बाद ही भविष्य में इसे फिर से आम छात्रों के लिए शुरू किया जाएगा.
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बता दें कि यह मेवाड़ संभाग की सबसे पुरानी लाइब्रेरी में से एक है, और 47 साल पहले देश के राष्ट्रपति वराह गिरी वेंकट गिरी ने 26 फरवरी सन 1973 को इसका उद्घाटन किया था. तब से यहां पर आम छात्रों के लिए लाइब्रेरी की शुरुआत की गई थी. लेकिन इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है. जब इतने लंबे वक्त के लिए उदयपुर किए लाइब्रेरी जहां से देश के कई होनहार छात्र तैयारी कर आगे निकले हैं. वह आम छात्रों के लिए बंद है.