उदयपुर. कहते हैं अगर हौसले बुलंद हों तो कामयाबी मिल ही जाती है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया राजस्थान की बेटी अन्नपूर्णा ने. जी हां, प्रदेश की इस होनहार बेटी ने न सिर्फ राजस्थान का गौरव बढ़ाया बल्कि देश में अपने नाम का डंका भी बजवा दिया है. राजस्थान के उदयपुर की रहने वाली 12वीं क्लास की छात्रा अन्नपूर्णा का यूनेस्को की विश्व किशोर संसद में सलेक्शन (Annapurna will participate in World Teen Parliament) हुआ है. इसे लेकर पूरे परिवार और स्कूल में खुशी का माहौल है.
दरअसल यूनेस्को की विश्व किशोर संसद (World Teen Parliament Unesco) में भिंडर क्षेत्र के लूणदा गांव की रहने वाली अन्नपूर्णा का भी चयन हो गया है. अन्नपूर्णा के मुताबिक जुलाई के महीने में वर्ल्ड टीन पार्लियामेंट 2021 की ओर से एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें एक फॉर्म निकालकर 59 सेकंड का वीडियो बनाने के लिए कहा गया था. इसके लिए "दुनिया को कैसे सुधार सकता हूं' विषय भी दिया गया था. इस विषय को लेकर आए 59 सेकंड का वीडियो में अंग्रेजी में वर्ल्ड ट्रेन पार्लियामेंट के फेसबुक पेज पर अपलोड करने के लिए निर्देश दिए गए थे. इसमें देश दुनिया के प्रतिभागियों ने अपने-अपने हुनर को दिखाते हुए वीडियो बनाकर डाले थे.
ऐसे में मेवाड़ की बेटी अन्नपूर्णा ने भी 59 सेकंड का वीडियो फेसबुक पेज पर अपलोड किया जिसके बाद विभिन्न देशों के प्रतिभागियों के 300 लोगों का चयन किया गया जिसमें अन्नपूर्णा भी शामिल थीं. इसके बाद इस प्रतियोगिता में ऑनलाइन वोटिंग के जरिए टॉप 200 प्रतिभागियों का सिलेक्शन किया गया. इसमें भी अन्नपूर्णा का नाम इस लिस्ट में शामिल था. अन्नपूर्णा ने बताया कि आज पार्लियामेंट्री के पहले सेशन का शत्र हुआ जिसमें 100 एमपी और 100 इंफूलूएसर एमपी बनाए जाएंगे जो कि 100 एमपी के अंडर में कार्य करेंगे.
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उन्होंने बताया कि इस पूरे सत्र का आयोजन ऑनलाइन जूम मीटिंग के जरिए होगा जिसमें राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी के अलावा कई अध्यक्ष भी भाग लेंगे. हालांकि इस पूरे कार्यक्रम को यूट्यूब पर भी ऑनलाइन दिखाया जाएगा.
अन्नपूर्णा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में उन्हें 59 सेकंड का वीडियो बनाने के लिए कहा गया जिसमें उनसे पूछा गया कि वह विश्व को कैसे बदल सकती हैं. इसको लेकर अन्नपूर्णा ने कहा कि मानव की महत्वपूर्ण आवश्यकताओं में सुधार लाकर विश्व को बदला जा सकता है. इसमें सबसे पहले आती है व्यक्तिगत सुरक्षा. ऐसे में हर व्यक्ति यह समझे कि वह अपने देश में सुरक्षित है. इससे उसकी सोच अच्छी होगी. वह सोचेगा कि उसके देश की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं. इससे देश मे स्वच्छता होगी तो बीमारियों भी नई फैलेगी और चिकित्सा के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर होगा.