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कभी सुना है ऐसा कारनामा? 54 साल पुराने 20 पैसे के सिक्कों से बनाया जी 20 का लोगो, अब है ये ख्वाहिश...

उदयपुर के महेंद्र शर्मा कोई आम शख्स नहीं (Unique initiative of Mahendra Sharma of Udaipur) हैं. ऐसा हम इसिलए कह रहे हैं, क्योंकि उनके अनूठे कारनामों की सूची बहुत बड़ी है. लेकिन हाल फिलहाल में महेंद्र G-20 शेरपा बैठक के लोगो को लेकर चर्चा के केंद्र में हैं.

made the logo of G 20 sherpa meeting
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Published : Dec 25, 2022, 8:08 PM IST

कॉइन कलेक्टर महेंद्र शर्मा ने बनाया G-20 का लोगो

उदयपुर. लेकसिटी उदयपुर के निवासी महेंद्र शर्मा इन दिनों चर्चा के केंद्र (made the logo of G 20 sherpa meeting) में हैं. उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसकी चौतरफा चर्चा हो रही है. दरअसल, महेंद्र ने भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 शेरपा बैठक का लोगो का तैयार किया है और वो भी 54 साल पुराने 20 पैसे के सिक्कों से. इसके अलावा शर्मा के पास दुनिया की 200 देशों की करेंसी का खास कलेक्शन भी है. साथ ही आजादी से पूर्व के स्टांप पेपर और 1238 सिक्के भी हैं.

20 पैसे से बनाया जी-20 का लोगो: भारत की अध्यक्षता में पहली बार जी-20 शेरपा बैठक का आयोजन हो रहा है. ऐसे में उदयपुर के महेंद्र शर्मा ने कुछ खास करने की मंशा के साथ 54 साल पुराने सिक्कों से जी-20 का लोगो तैयार कर दिया. इस लोगो की खास बात यह है कि इसे 20 पैसे के सिक्के से (Mahendra Sharma of Udaipur made the logo of G 20) तैयार किया गया है. साथ ही इसमें जी-20 लोगो की तरह ही कमल का फूल भी बनाया गया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए शर्मा ने बताया कि बाली में जैसे ही जी-20 बैठक की अगवानी भारत को दी गई. उसके ठीक बाद ही जी-20 का लोगो जारी हुआ. जिसे देखने के बाद उनके दिमाग में आइडिया आया कि वो 20 पैसे के सिक्के से इस लोगो को बनाएंगे और आखिरकार उन्होंने ये कर दिखाया.

इसे भी पढ़ें - SPECIAL: उदयपुर में 500 साल से पानी पर बन रही जल सांझी, भगवान कृष्ण की लीलाओं को देखने आते हैं विदेशी सैलानी

अलग-अलग राज्यों से इकट्ठा किए सिक्के: शर्मा ने बताया कि जब लोगों जारी हुआ, उस दौरान उनके पास 151 सिक्के थे. जिसके एक ओर कमल का निशान था, जबकि दूसरी ओर 20 पैसे लिखा था. ये सभी सिक्के ब्रास और पीतल से बने थे. जो साल 1968 से 1971 के बीच के थे, लेकिन जी-20 का लोगो बड़ा होने के कारण उन्होंने अलग-अलग राज्यों से 600 सिक्के और इकट्ठा किए. ऐसे में 750 सिक्कों को जी-20 की ओरिजिनल (currency of 200 countries) लोगो के चारों ओर चिपकाया. जिससे जी-20 का लोगो बेहद खास और सुंदर दिखने लगा.

इतना ही नहीं उन्होंने ओरिजिनल लोगो के चारों तरफ भाग लेने वाले सभी देशों के नाम भी लिखे हैं. शर्मा ने बताया कि वो 20 पैसे के सिक्के को जयपुर, अहमदाबाद, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों से मंगवाए. जिसके बाद वो लोगो को मूर्त रूप दे सके. महेंद्र का सपना है कि वो इस लोगो को जी-20 की फाइनल मीटिंग में खुद लेकर जाए और वहां मौजूद सभी देशों के शेरपाओं से इस पर सिग्नेचर करवाएं.

40 सालों से कर रहे नोट व सिक्कों का कलेक्शन: शर्मा पिछले 40 सालों से नोट व सिक्कों का कलेक्शन कर रहे हैं. फिलहाल उनके पास 201 अलग-अलग देशों की पेपर करेंसी के साथ ही 1238 सिक्कों का कलेक्शन है. शर्मा ने बताया कि इसके लिए उन्होंने कई देशों की यात्रा भी की. साथ ही कई देशों में रहने वाले अपने मित्रों व उदयपुर आने वाले पर्यटकों से भी उन्होंने विदेशी करेंसी एकत्रित किए.

आजादी से पूर्व के 200 स्टांप पेपर: शर्मा के पास आजादी के पहले के अलग-अलग स्टेट और रियासतों के स्टांप पेपरों के भी कलेक्शन है. अलग-अलग स्टेट्स जैसे मेवाड़, अलवर, जयपुर, मालवा, मेवात के अलावा अन्य नेस्टेड और पूर्व राजघरानों से भी उन्होंने ये स्टांप पेपर इकट्ठा किए हैं. शर्मा ने बताया कि अब वो आने वाले समय में सभी देशों के नोट इकट्ठा करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवाना चाहते हैं.

कॉइन कलेक्टर महेंद्र शर्मा ने बनाया G-20 का लोगो

उदयपुर. लेकसिटी उदयपुर के निवासी महेंद्र शर्मा इन दिनों चर्चा के केंद्र (made the logo of G 20 sherpa meeting) में हैं. उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसकी चौतरफा चर्चा हो रही है. दरअसल, महेंद्र ने भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 शेरपा बैठक का लोगो का तैयार किया है और वो भी 54 साल पुराने 20 पैसे के सिक्कों से. इसके अलावा शर्मा के पास दुनिया की 200 देशों की करेंसी का खास कलेक्शन भी है. साथ ही आजादी से पूर्व के स्टांप पेपर और 1238 सिक्के भी हैं.

20 पैसे से बनाया जी-20 का लोगो: भारत की अध्यक्षता में पहली बार जी-20 शेरपा बैठक का आयोजन हो रहा है. ऐसे में उदयपुर के महेंद्र शर्मा ने कुछ खास करने की मंशा के साथ 54 साल पुराने सिक्कों से जी-20 का लोगो तैयार कर दिया. इस लोगो की खास बात यह है कि इसे 20 पैसे के सिक्के से (Mahendra Sharma of Udaipur made the logo of G 20) तैयार किया गया है. साथ ही इसमें जी-20 लोगो की तरह ही कमल का फूल भी बनाया गया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए शर्मा ने बताया कि बाली में जैसे ही जी-20 बैठक की अगवानी भारत को दी गई. उसके ठीक बाद ही जी-20 का लोगो जारी हुआ. जिसे देखने के बाद उनके दिमाग में आइडिया आया कि वो 20 पैसे के सिक्के से इस लोगो को बनाएंगे और आखिरकार उन्होंने ये कर दिखाया.

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अलग-अलग राज्यों से इकट्ठा किए सिक्के: शर्मा ने बताया कि जब लोगों जारी हुआ, उस दौरान उनके पास 151 सिक्के थे. जिसके एक ओर कमल का निशान था, जबकि दूसरी ओर 20 पैसे लिखा था. ये सभी सिक्के ब्रास और पीतल से बने थे. जो साल 1968 से 1971 के बीच के थे, लेकिन जी-20 का लोगो बड़ा होने के कारण उन्होंने अलग-अलग राज्यों से 600 सिक्के और इकट्ठा किए. ऐसे में 750 सिक्कों को जी-20 की ओरिजिनल (currency of 200 countries) लोगो के चारों ओर चिपकाया. जिससे जी-20 का लोगो बेहद खास और सुंदर दिखने लगा.

इतना ही नहीं उन्होंने ओरिजिनल लोगो के चारों तरफ भाग लेने वाले सभी देशों के नाम भी लिखे हैं. शर्मा ने बताया कि वो 20 पैसे के सिक्के को जयपुर, अहमदाबाद, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों से मंगवाए. जिसके बाद वो लोगो को मूर्त रूप दे सके. महेंद्र का सपना है कि वो इस लोगो को जी-20 की फाइनल मीटिंग में खुद लेकर जाए और वहां मौजूद सभी देशों के शेरपाओं से इस पर सिग्नेचर करवाएं.

40 सालों से कर रहे नोट व सिक्कों का कलेक्शन: शर्मा पिछले 40 सालों से नोट व सिक्कों का कलेक्शन कर रहे हैं. फिलहाल उनके पास 201 अलग-अलग देशों की पेपर करेंसी के साथ ही 1238 सिक्कों का कलेक्शन है. शर्मा ने बताया कि इसके लिए उन्होंने कई देशों की यात्रा भी की. साथ ही कई देशों में रहने वाले अपने मित्रों व उदयपुर आने वाले पर्यटकों से भी उन्होंने विदेशी करेंसी एकत्रित किए.

आजादी से पूर्व के 200 स्टांप पेपर: शर्मा के पास आजादी के पहले के अलग-अलग स्टेट और रियासतों के स्टांप पेपरों के भी कलेक्शन है. अलग-अलग स्टेट्स जैसे मेवाड़, अलवर, जयपुर, मालवा, मेवात के अलावा अन्य नेस्टेड और पूर्व राजघरानों से भी उन्होंने ये स्टांप पेपर इकट्ठा किए हैं. शर्मा ने बताया कि अब वो आने वाले समय में सभी देशों के नोट इकट्ठा करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवाना चाहते हैं.

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