ETV Bharat / state

गहलोत ने माफी मांग कर 8 करोड़ जनता का अपमान किया है- गुलाबचंद कटारिया - Gulabchand Kataria accuses gehlot

राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गहलोत ने माफी मांग कर 8 करोड़ जनता का अपमान किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार अल्पमत में है.

Gulabchand Kataria accuses gehlot
Gulabchand Kataria accuses gehlot
author img

By

Published : Sep 30, 2022, 1:30 PM IST

उदयपुर. राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आलाकमान से माफी मांगा. इस पर भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा के कद्दावर नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पिछले दिनों जिस तरह का घटनाक्रम हुआ, उससे मुख्यमंत्री गहलोत का अपमान नहीं हुआ है. बल्कि उन्होंने जिस तरह से माफी मांगनी पड़ी इससे प्रदेश की आठ करोड़ जनता का अपमान हुआ है.

कांग्रेस में घट रहे सियासी घटनाक्रम पर कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने आप को आलाकमान का वफादार बताते थे, लेकिन अपनी कुर्सी जाते देख उन्होंने अपने सलाहकारों को इस पूरे घटनाक्रम में लगा दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की बात कही उसके बाद यह पूरा घटनाक्रम हुआ. अब आलाकमान के डांटने पर सरेंडर हो गए हैं. कटारिया ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा माफी मांग कर सरेंडर होना तो ठीक है, लेकिन जिन लोगों ने उनके कहने पर आलाकमान से आमना सामना किया उनका क्या होगा.

पढ़ें- कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लडूंगा, सोनिया गांधी से माफी मांग ली है: अशोक गहलोत

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद जिस तरह से विधायकों ने इस्तीफा दिया, इसके बाद सरकार अभी अल्पमत में है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से दुख जताने पर कहा कि जब आलाकमान की डांट पड़ती है, तो दुख स्वभाविक है. उन्होंने कहा कि ऐसे में अल्पमत वाली कांग्रेस सरकार को जनता के बीच में रहने का कोई अधिकार नहीं है. इसलिए अच्छा होगा कि सरकार अगले चुनाव की घोषणा कर दे और जनता जिसे भी अपना जनादेश देगी उसकी सरकार बनेगी.

पढ़ें- गहलोत ने माफी मांगी...कहा- नहीं लड़ूंगा अध्यक्ष पद का चुनाव, CM का फैसला करेंगी सोनिया गांधी

कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुत सीनियर और अनुभवी आदमी हैं, लेकिन इस बार के कार्यकाल में उनके साथ जिस तरह के घटना हो रहे हैं इसके कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना बैलेंस नहीं बना पा रहे हैं. मुख्यमंत्री गहलोत को अपने ही पूर्व उपमुख्यमंत्री को नकारा और निकम्मा कहा और उन्होंने जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया, ऐसे शब्द राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए उचित नहीं है. अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए स्वयं मना नहीं किया बल्कि आलाकमान के कहने पर मना किया. अब तो यह भी स्थिति बन रही है एक-दो दिन में उनका मुख्यमंत्री का पद भी जा सकता है.

पढ़ें- Congress President Election: खड़गे के समर्थन में आए गहलोत, प्रस्तावक बने

उदयपुर. राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आलाकमान से माफी मांगा. इस पर भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा के कद्दावर नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पिछले दिनों जिस तरह का घटनाक्रम हुआ, उससे मुख्यमंत्री गहलोत का अपमान नहीं हुआ है. बल्कि उन्होंने जिस तरह से माफी मांगनी पड़ी इससे प्रदेश की आठ करोड़ जनता का अपमान हुआ है.

कांग्रेस में घट रहे सियासी घटनाक्रम पर कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने आप को आलाकमान का वफादार बताते थे, लेकिन अपनी कुर्सी जाते देख उन्होंने अपने सलाहकारों को इस पूरे घटनाक्रम में लगा दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की बात कही उसके बाद यह पूरा घटनाक्रम हुआ. अब आलाकमान के डांटने पर सरेंडर हो गए हैं. कटारिया ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा माफी मांग कर सरेंडर होना तो ठीक है, लेकिन जिन लोगों ने उनके कहने पर आलाकमान से आमना सामना किया उनका क्या होगा.

पढ़ें- कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लडूंगा, सोनिया गांधी से माफी मांग ली है: अशोक गहलोत

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद जिस तरह से विधायकों ने इस्तीफा दिया, इसके बाद सरकार अभी अल्पमत में है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से दुख जताने पर कहा कि जब आलाकमान की डांट पड़ती है, तो दुख स्वभाविक है. उन्होंने कहा कि ऐसे में अल्पमत वाली कांग्रेस सरकार को जनता के बीच में रहने का कोई अधिकार नहीं है. इसलिए अच्छा होगा कि सरकार अगले चुनाव की घोषणा कर दे और जनता जिसे भी अपना जनादेश देगी उसकी सरकार बनेगी.

पढ़ें- गहलोत ने माफी मांगी...कहा- नहीं लड़ूंगा अध्यक्ष पद का चुनाव, CM का फैसला करेंगी सोनिया गांधी

कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुत सीनियर और अनुभवी आदमी हैं, लेकिन इस बार के कार्यकाल में उनके साथ जिस तरह के घटना हो रहे हैं इसके कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना बैलेंस नहीं बना पा रहे हैं. मुख्यमंत्री गहलोत को अपने ही पूर्व उपमुख्यमंत्री को नकारा और निकम्मा कहा और उन्होंने जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया, ऐसे शब्द राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए उचित नहीं है. अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए स्वयं मना नहीं किया बल्कि आलाकमान के कहने पर मना किया. अब तो यह भी स्थिति बन रही है एक-दो दिन में उनका मुख्यमंत्री का पद भी जा सकता है.

पढ़ें- Congress President Election: खड़गे के समर्थन में आए गहलोत, प्रस्तावक बने

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.