उदयपुर. प्रदेश के विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही अब सियासी माहौल बनने लगा है. अब अलग-अलग समाज और संगठनों की ओर से टिकट की दावेदारी को लेकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की तैयारी है. डांगी पटेल पाटीदार समाज की ओर से आगामी 24 सितम्बर को बेणेश्वर में एक विशाल सभा का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें 5 लाख से अधिक लोगों के सम्मिलित होने की संभावना है. जिस जगह से कांग्रेस और बीजेपी ने चुनावी शंखनाद किया था. वहीं से डांगी पटेल पाटीदार समाज की ओर से आगामी चुनाव की रणनीति तय की जाएगी.
समाज के नेताओं ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि उदयपुर की 28 विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा वोट डांगी पटेल पाटीदार समाज के हैं. अगर सरकार जातिगत मतगणना कराती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, लेकिन असलियत सबके सामने आने की वजह से कोई भी पार्टी जातिगत मतगणना नहीं कर रही है. जिस बेणेश्वर धाम से बीजेपी के बड़े नेता अमित शाह और कांग्रेस से राहुल गांधी ने आदिवासी वोटर को साधने का प्रयास किया था. उसी स्थान पर 5 लाख से ज्यादा संख्या में समाज के लोग इकट्ठा होंगे. जो यह साबित करेंगे कि उदयपुर के ग्रामीण इलाकों में आदिवासी नहीं बल्कि डांगी पटेल और पाटीदार समाज का बाहुल्य है.
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उदय लाल डांगी ने राजनीतिक पार्टियों से डांगी पटेल पाटीदार समाज के लोगों को टिकट देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर समाज को प्रतिनिधित्व का मौका मिलता है तो सभी एकजुट होकर उम्मीदवार को जिताएंगे. वहीं मावली से पूर्व विधायक पुष्कर लाल डांगी ने कहा कि मेवाड़ संभाग में हमारे समाज को अलग-अलग नाम से जाना जाता था. जिसमें लोग डांगी, पटेल और पाटीदार को अलग-अलग मानते थे. ऐसे में हम दिखाना चाहते हैं कि हम सभी लोग एक ही समाज से हैं. उन्होंने कहा कि बेणेश्वर में होने वाले महाकुंभ के जरिए हम सरकार को समाज की ताकत दिखाएंगे. अगर राजनीतिक पार्टियों ने समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व का मौका नहीं दिया तो समाज अपने स्तर पर निर्णय कर कैंडिडेट को अलग से भी उतार सकता है. उन्होंने साफ किया कि समाज जिसका साथ देगा वही पार्टी सत्ता में आएगी. आगामी 24 सितम्बर को होने वाले सम्मेलन में उदयपुर के साथ प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, राजसमंद, डूंगरपुर और बांसवाड़ा से भी बड़ी तादाद में लोग पहुंचेंगे.