उदयपुर. प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां लगातार बढ़ रही हैं. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अलग-अलग जिलों का दौरा कर अपनी योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. सीएम गहलोत मेवाड़ के किसानों को साधने लिए दो दिवसीय कार्यशाला में भाग लेंगे. उदयपुर संभाग का दो दिवसीय संभाग स्तरीय किसान मेला 23 व 24 जून को उदयपुर में बलीचा स्थित कृषि उपज मंडी सबयार्ड में आयोजित किया जाएगा. इसमें संभाग से करीब 20 हजार किसानों के भाग लेने की संभावना है.
इस मेले के आयोजन को लेकर उदयपुर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने शनिवार को जिला परिषद सभागार में संबंधित विभागीय अधिकारियों को उनके दायित्वों के बारे में बताया और किसान मेले में भाग लेने वाले संभागियों के लिए बेहतर व्यवस्थाओं के निर्देश दिए. कलक्टर ने कहा कि इस संभाग स्तरीय आयोजन के लिए राज्य स्तर से 9 अलग-अलग समितियों का गठन किया गया है. उन्होंने समितियों के संभाग स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि 12 जून को वे अपनी-अपनी समिति की बैठक में तैयारियों के संबंध में चर्चा करें और 13 जून को जिला मुख्यालय पर अलग-अलग समितियों की बैठक आयोजित कर तैयारियों की समीक्षा करें.
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महंगाई राहत कैंप का लगेगा सेटअपः बैठक में कलक्टर मीणा ने कहा कि संभाग से 20 हजार से अधिक किसानों की मौजूदगी को देखते हुए मेला स्थल पर महंगाई राहत कैंप का सेटअप भी लगाया जाएगा. यहां पर संभाग का कोई भी किसान अपने दस्तावेजों के आधार पर राज्य सरकार द्वारा दी जा रही 9 योजनाओं में पंजीकरण करवा सकेगा. कलक्टर ने इसके लिए डीओआईटी संयुक्त निदेशक शीतल अग्रवाल को व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
इन तैयारियों पर हुई चर्चाः बैठक में कलक्टर मीणा ने मेले में किसानों की भागीदारी के संबंध में चर्चा की और जिला स्तर पर 22 जून से नियंत्रण कक्ष स्थापित करते हुए इसके 24 घंटे संचालन की व्यवस्था व इसमें प्रभारी व सहप्रभारी की नियुक्ति करने के निर्देश दिए. उन्होंने विभिन्न जिलों से पहुंचने वाले किसानों की संख्या व उनके पंजीयन, उनके आवागमन के लिए बसों की व्यवस्थाओं, बसों के रूट चार्ट, कृषकों को किट वितरण तथा प्रति जिला 50 प्रगतिशील किसानों के चयन की सूची तैयार करने तथा जाजम (चौपाल) व सेमिनार आयोजन के लिए कृषकों की भागीदारी पर विभागीय अधिकारियों से चर्चा की.