ETV Bharat / state

उदयपुर : स्टेट हाईवे 53 रोड का हाल बेहाल, बड़े-बड़े गड्ढों ने बढ़ाई मुश्किलें

किर की चौकी - सलूंबर - बासवाड़ा स्टेट हाईवे रोड पर स्थित मेवल क्षेत्र के गींगला बाइपास और ईसरवास गांव से गुजर रहे स्टेट हाईवे का हाल बेहाल हो चुका है. रोड पर बने बड़े-बड़े गड्ढों में मोटर वाहन क्या बैलगाड़ी तक का निकलना मुश्किल हो गया है. इस वजह से रोजाना वहां से गुजर रहे वाहन चालकों और राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

उदयपुर सलूंबर खबर, Udaipur Salumbar news
author img

By

Published : Oct 12, 2019, 10:08 PM IST

सलूंबर (उदयपुर). जहां एक ओर सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं सरकार के यह दावे कही ना कही झूठे साबित होते साफ तौर पर देखे जा सकते हैं. सलूंबर उपखंड क्षेत्र के मेवल क्षेत्र से गुजर रहे किर की चौकी सलूंबर-बासवाड़ा स्टेट हाइवे नंबर 53 रोड की हालत दिन पर दिन बद से बदतर होती जा रही है.

सलूंबर-बांसवाड़ा स्टेट हाइवे खास्ताहाल में

मेवल क्षेत्र के गींगला, कडुणी, ईसरवास गांव के समीप मुख्य स्टेट हाईवे रोड पर बडे़-बड़े गढ्ढे बन चुके हैं, जिसमें बरसाती मौसम के चलते इन गढ्ढो में बरसाती पानी भर गया हैं. जिसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों और राहगीरों को इन गढ्ढो में गिर कर चोटिल होने का भय हर पल बना हुआ हैं.

पढ़ेंः उदयपुर से मां वैष्णो के लिए स्पेशल ट्रेन की शुरुआत, राज्य सरकार कराएगी निःशुल्क यात्रा

बता दें कि स्टेट हाईवे नंबर 53 किर की चौकी वाया सलूंबर से बासवाड़ा होते हुए सीधा गुजरात को जोड़ता हैं, इस रोड से हर रोज वाहनों की आवाजाही रहती हैं. मगर जगह-जगह रोड पर बने इस तरह के गड्ढों से यह रोड आमजन के लिए खतरा मार्ग बन गया है.

सलूंबर (उदयपुर). जहां एक ओर सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं सरकार के यह दावे कही ना कही झूठे साबित होते साफ तौर पर देखे जा सकते हैं. सलूंबर उपखंड क्षेत्र के मेवल क्षेत्र से गुजर रहे किर की चौकी सलूंबर-बासवाड़ा स्टेट हाइवे नंबर 53 रोड की हालत दिन पर दिन बद से बदतर होती जा रही है.

सलूंबर-बांसवाड़ा स्टेट हाइवे खास्ताहाल में

मेवल क्षेत्र के गींगला, कडुणी, ईसरवास गांव के समीप मुख्य स्टेट हाईवे रोड पर बडे़-बड़े गढ्ढे बन चुके हैं, जिसमें बरसाती मौसम के चलते इन गढ्ढो में बरसाती पानी भर गया हैं. जिसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों और राहगीरों को इन गढ्ढो में गिर कर चोटिल होने का भय हर पल बना हुआ हैं.

पढ़ेंः उदयपुर से मां वैष्णो के लिए स्पेशल ट्रेन की शुरुआत, राज्य सरकार कराएगी निःशुल्क यात्रा

बता दें कि स्टेट हाईवे नंबर 53 किर की चौकी वाया सलूंबर से बासवाड़ा होते हुए सीधा गुजरात को जोड़ता हैं, इस रोड से हर रोज वाहनों की आवाजाही रहती हैं. मगर जगह-जगह रोड पर बने इस तरह के गड्ढों से यह रोड आमजन के लिए खतरा मार्ग बन गया है.

Intro:स्टेट हाईवे न. 53 किर की चौकी - सलूंबर - बासवाड़ा स्टेट हाइवे रोड़ पर स्थित मेवल क्षेत्र के गींगला बाइपास व ईसरवास गांव से गुजर रहे स्टेट हाईवे न. 53 हुआ खस्ताहाल, रोड़ पर बड़े - बड़े गड्ढों में मोटर वाहन तो ठीक बैलगाड़ी तक का निकलना हुआ मुश्किल.Body:सलूंबर (उदयपुर). जहा एक ओर सरकार विकास के बड़े बड़े दावे करती हैं, वही सरकार के यह दावे कही ना कही झुठे साबित होते साफ तौर पर देखे जा सकते हैं. ऐसी ही स्थिति बयान करती हैं उदयपुर जिले के सलूंबर उपखंड क्षेत्र के मेवल क्षेत्र से गुजर रहे किर की चौकी - सलूंबर - बासवाड़ा स्टेट हाइवे न. 53 की. दरअसल इस रोड़ से गुजरने वाले वाहन चालकों व राहगीरों को काफी परेशानी हो रही हैं तथा हर समय इनको यहां से गुजरते वक्त दुर्घटना का भय बना रहता हैं. इस समस्या की मुख्य वजह इस रोड़ पर जगह - जगह बडे़ गढ्ढो का होना माना जा रहा हैं. हम आपको बता दें कि मेवल क्षेत्र के गींगला, कडुणी, ईसरवास गांव के समीप मुख्य स्टेट हाईवे रोड़ पर जगह - जगह रोड़ पर बडे़ - बड़े गढ्ढे बन चुके हैं, जिसमें बरसाती मौसम के चलते इन गढ्ढो में बरसाती पानी भर गया हैं. जिसके चलते यहा से गुजरने वाले वाहन चालकों व राहगीरों को इन गढ्ढो में गिर कर चोटिल होने का भय हर पल बना हुआ हैं.

विजुअल। उदयपुर जिले के स्टेट हाईवे न 53 पर बने बडे़ - बडे़ गढ्ढो से गुजरते वाहन

बाइट 1. गोवींद पटेल, क्षेत्रवासी, सलूंबर

बाइट । भेरू लाल मीणा, क्षेत्रवासी, सलूंबर Conclusion:स्टेट हाईवे न. 53 किर की चौकी वाया सलूंबर से बासवाड़ा होते हुए सीधा गुजरात को जोड़ता हैं, तथा इस रोड़ से हर रोज वाहनों की आवाजाही रहती हैं. मगर जगह - जगह रोड़ पर बने इस तरह गड्ढों से यह रोड़ खस्ताहाल मार्ग बन गया हैं. अब देखना यह होगा कि आखिर इस रोड़ से गुजरने वाले वाहन चालकों व राहगीरों को कब तक राहत मिलती हैं.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.