टोंक. राजस्थान में बजरी खनन पर सुप्रीम कोर्ट की रोक को प्रभावी बनाने के लिए संभवतया यह पहला मामला है. जब किसी जिले में प्रशासन ने वाट्सएप नंबर (8290848432) जारी किया है. जिसके माध्यम से अवैध बजरी खनन,परिवहन और उसके स्टॉक पर लगाम लगाने के लिए जनता से मदद मांगी है.
यह नंबर जारी करते हुए जिला कलेक्टर ने कहा है कि इस नंबर पर जो भी सूचना आएगी. उसकी पहचान गुप्त रखी जायेगी और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि इस वाट्सएप नंबर पर एक वाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा. जिसमें सभी संबंधित अधिकारियों को जोड़ा जाएगा.ताकि जो भी सूचना वाट्सएप आएगी. वह डायरेक्ट अधिकारियों को मिलेगी.
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इस संबंध में जिला कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को जिला कलेक्टर नवनीत कुमार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. जिसमें अवैध बजरी खनन रोकने हेतु सूचना के लिए एक वाट्सएप नंबर जारी किया है. इस नम्बर पर कोई भी व्यक्ति अवैध बजरी खनन औरपरिवहन की जानकारी दे सकता है. जिसकी सूचना के बाद जिला प्रशासन की ओर से तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
वहीं नवनीत ने बताया कि सरकार अवैध बजरी खनन को लेकर काफी गंभीर है. जिस पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन हर संभव कोशिश कर रहा है. अवैध बजरी खननकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा. अवैध बजरी दोहन से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है.
इस बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर सुखराम खोखर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी सज्जन कुमार, उपखंड अधिकारी रतनलाल योगी और खनिज विभाग अधिकारी मौजूद रहे.