टोंक. हम पंखों से नहीं हौसलों से उड़ा करते है, ये पंक्ति टोंक के सोहेला की लड़कियों ने चरितार्थ की. जिले के सोहेला के आसपास गांवों में कुछ लड़कियों की सेनेटरी पैड और मास्क बांटने की मुहिम काबिले तारीफ है. लॉकडाउन के हालातों में जब सेनेटरी पैड मिलना मुश्किल हो गया, तो छात्राएं खुद आगे आईं.
छात्राओं ने पहले तो जिला कलेक्टर को पत्र लिखा और फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री को ट्विटर पर टैग कर सेनेटरी पैड की जरूरत बताई. फिर भी सुनवाई नहीं होने पर लड़कियों ने खुद ही सेनेटरी पैड और मास्क बांटने का बीड़ा उठाया.
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शिव शिक्षा समिति, सेव द चिल्ड्रन से जुड़ी यह बालिकाएं किसी भामाशाह से मिले सैनेटरी पैड को बांटने का काम कर रही हैं. इसके साथ ही गांव में खुद मशीनों से मास्क बनाकर बांट रही है. टोंक जिले के छोटे से गांव सोहेला की इन कोरोना वॉरियर्स के जज्बे और सेवा के सिलसिले को सलाम है. प्रशासन और उपमुख्यमंत्री से गुहार लगाने के बाद अपने स्तर पर सेनेटरी पैड की व्यवस्था की. शिव शिक्षा समिति रानोली द्वारा सेव द चिल्ड्रन में किशोरी फेडरेशन की सदस्य प्रियंका बैरवा, पिंकी बैरवा, रामधनी बैरवा जैसी छात्राएं आज इस मुहिम का हिस्सा बनी है
लॉकडाउन में मास्क लगाना जब अनिवार्य हुआ, तो सोहेला की इन लड़कियों ने खुद मास्क बनाकर लोगों को देना शुरू किया. इसके साथ ही घर में रहे, सुरक्षित रहें का संदेश भी दिया. छात्राओं ने घर मे रखी मशीनों पर खुद सिलाई कर मास्क बनाए और बांटे भी. इसके साथ ही गांव के लोगों को कोरोना से बचाव के उपायों की जानकारी भी देती है.
शिव शिक्षा समिति और सेव द चिल्ड्रन संस्था ने बालिकाओं को बांटने के लिए 1 हजार सेनेटरी पैड की व्यवस्था करवाई. इसी के साथ ही संस्था की ओर से दी गई सिलाई मशीन से अब यह लड़कियां मास्क बनाकर लोगों को बांट रहे हैं. लड़कियों के मुताबिक कुछ ग्रामवासी तो 5 रुपए में मास्क खरीद रहे हैं. इससे पहले फेडरेशन ग्रुप की किशोरियों ने दीवार लेखन, पेंटिंग और सोशल डिस्टेंस और बार-बार हाथ धोने के लिए ग्रामवासियों को जागरूक किया.
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सीमित संसाधनों के बीच ग्रामीण परिवेश में छात्राओं की सेनेटरी पैड बांटने की यह मुहिम सेहत के प्रति उनकी जागरूकता को दर्शाती है. वहीं मास्क बनाकर बांटने के साथ लोगों मे कोरोना के प्रति जागृति का संदेश और जन जागरण अभियान उनके कोरोना वॉरियर्स होने का प्रमाण देता है. सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसी बालिकाओं का मुहिम में साथ दे.