टोंक. उनियारा पुलिस थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर-चालक के साथ हुई लूट और मारपीट के मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए वारदात को अंजाम देने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद युवकों ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि ऐसा वह ऐशो आराम की जिंदगी जीने के लिए करते हैं. अब पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में जुटी है कि आखिर इन्होंने और कहां-कहां वारदातों को अंजाम दिया.
उनियारा थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर से नैनवां से अपने घर समय पर जाते समय रास्ते में लूट के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने खुलासा किया है कि परिवादी जीतराम पुत्र बालूराम जाति जाट निवासी हाथी भाटा थाना उनियारा जिला टोंक ने उपस्थित पुलिस थाना में एक लिखित रिपोर्ट पेश की. साथ ही अपने ट्रैक्टर से नैनवां से अपने घर जा रहा था. पलाई के पास एक बिना नंबरी बाइक पर सवार होकर तीन लड़के आए और ट्रैक्टर को रुकवाकर साथी खुशीराम के पत्थर फेंककर मारा. उसकी जेब से मोबाइल फोन लूटकर ले गए.
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पुलिस ने रास्ते में हुई इस लूट मामले में मुकदमा दर्जकर अनुसंधान किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टोंक सुभाष चन्द मिश्रा के निर्देशन में वृत्ताधिकारी वृत उनियारा प्रदीप कुमार गोयल के सुपरविजन मे थानाधिकारी उनियारा राधाकिशन की गठित टीम द्वारा तकनीकी साक्ष्यों व मुखबीर की सूचना पर आरोपियों की गहनता से तलाश कर प्रकरण के आरोपियों को तुरंत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया.
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मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों सुरेन्द्र कुमार उर्फ बोलतराम (22) पुत्र सीताराम मीणा, चौथमल (23) पुत्र भजनलाल मीणा, दिलखुश (21) पुत्र जयराम उर्फ नरसी मीणा निवासी काशपुरिया थाना नैनवां जिला बूंदी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी शातिर प्रवृत्ति के अपराधी हैं, जो अपने शौक पूरे करने के लिए घटना को अंजाम देते हैं, जिनसे और भी वारदातें खुलने की संभावना है.
नांगल राजावतान सरपंच ओमप्रकाश मीना गिरफ्तार
दौसा में फर्जीवाड़े के मामले में नांगल राजावतान ग्राम पंचायत के सरपंच ओमप्रकाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया. दरअसल ओमप्रकाश मीणा, साल 2020 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अधिकारी के समक्ष नामांकन प्रस्तुत किया था. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लड़े गए चुनाव में जीतकर सरपंच की खुशी हासिल की थी. इस मामले में नांगल राजावतान सरपंच ओमप्रकाश मीणा के खिलाफ संतान संबंधी तथ्य छुपाने के संबंध में केस दर्ज हुआ था. मामले की जांच के बाद यह सामने आया कि आरोपी सरपंच ओम प्रकाश मीणा के साल 2004 में अनुराग मीणा नाम का एक लड़का हुआ था. लेकिन पंचायत चुनाव में आरोपी ने अपनी तीसरी संतान होने के तथ्य को छुपाया और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़ा.
मामले में नांगल राजावतान थानाधिकारी बनवारी लाल ने अनुसंधान के बाद बुधवार को आरोपी सरपंच ओमप्रकाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है. गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के दो से अधिक संतान नहीं होनी चाहिए. साल 1995 के बाद तीसरी संतान होने पर चुनाव लड़ने के लिए पात्र नहीं माना जाता है.