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जुलूस पर पथराव की घटना के बाद मालपुरा इलाके में लगा कर्फ्यू - पथराव की घटना

मालपुरा में विजयदशमी के मौके पर जुलूस के दौरान पथराव की घटना सामने आई है. जिसके विरोध में स्थानीय विधायक दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए हैं.

tonk malpura stone pelting, मालपुरा में रावण दहन
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Published : Oct 8, 2019, 10:58 PM IST

Updated : Oct 10, 2019, 12:05 AM IST

मालपुरा (टोंक). जिले में दशहरे के अवसर पर मालपुरा में प्रसाशन ने बुधवार की सुबह रावण का पुतला जलाया गया. दरअसल, मालपुरा में रावण दहन से पूर्व शहर में एक जुलूस के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी कर दी. यह घटना तब हुई जब जुलूस मोहल्ला सादात से होकर टोडा रोड पर पहुंचा. जहां उमराव मंजिल के सामने कुछ असामाजिक तत्वों ने जुलूस में शामिल लोगों पर अचानक पथराव कर दिया.

मालपुरा में पथराव के बाद विधायक ने उठाई गिरफ्तारी की मांग

जिससे मौके पर भारी अफरा-तफरी मच गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया. जिस वजह से मंगलवार को रावण दहन नही किया गया. बुधवार को सुबह करीब 4:15 पर हुआ प्रसाशन की तरफ से रावण दहन किया गया. मालपुरा कस्बे में दशहरा जुलूस के दौरान हुई पथराव की घटना का स्थानीय विधायक ने विरोध किया है. मालपुरा विधायक कन्हैया लाल चौधरी ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है. अभी तक गिरफ्तारी न होने की वजह से विधायक धरने पर बैठ गए.

पढ़ेंः टोंक में जुलूस पर पथराव की घटना का विरोध, दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े विधायक

साथ ही हिंदु संगठनो ने भी दिया थाने के बाहर धरना. हालांकि पुलिस की तरफ से बीच-बचाव कर जुलूस को शांतिपूर्ण तरीके से दशहरा मैदान की ओर ले जाया जा रहा था. लेकिन ट्रक स्टैण्ड के पास फिर एक बार करीब तीन दर्जन से अधिक शरारती तत्वों ने जूलूस पर पीछे से पथराव कर दिया. इसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ जैसी स्थिति हो गई.

पढ़ेंः अब राफेल आ गया है, दुश्मन को उसके घर में घुसकर मारेंगे: जावड़ेकर

दादाबाड़ी के पास एक बार फिर से हुए पथराव के बाद मामले ने तूल पकड लिया. इसके बाद घटना के विरोध में स्थानीय विधायक कन्हैयालाल चौधरी मौके पर पहुंचे. विधायक पुलिस व प्रशासन से दोषियों की गिरफ्तारी किए जाने की मांग करते मालपुरा थाने के बाहर सैकड़ो लोगों के साथ धरने पर बैठ गए. ऐसे में रावण दहन नहीं हो सका. बुधवार सुबह 4:15 बजे प्रशासन का तरफ से रावण दहन किया गया. उसके बाद 5 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया.

पढ़ेंः बड़ा हादसा : दो अलग-अलग जगहों पर मूर्ति विसर्जन करने गए 6 युवक नदी में डूबे...3 की मौत, 3 अब भी लापता

उधर शहर में बढ़े तनाव को देख टोंक जिला मुख्यालय से निर्देश के बाद भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. पुलिस का कहना है कि समझाइश के बाद हालातों पर काबू पाकर शांति व्यवस्था कायम कर दी गई है. बता दें कि मालपुरा में इससे पहले भी कांवड़ियों पर पथराव के बाद पिछले साल भी कई दिन तक तनाव की स्थिति रही थी.

मालपुरा (टोंक). जिले में दशहरे के अवसर पर मालपुरा में प्रसाशन ने बुधवार की सुबह रावण का पुतला जलाया गया. दरअसल, मालपुरा में रावण दहन से पूर्व शहर में एक जुलूस के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी कर दी. यह घटना तब हुई जब जुलूस मोहल्ला सादात से होकर टोडा रोड पर पहुंचा. जहां उमराव मंजिल के सामने कुछ असामाजिक तत्वों ने जुलूस में शामिल लोगों पर अचानक पथराव कर दिया.

मालपुरा में पथराव के बाद विधायक ने उठाई गिरफ्तारी की मांग

जिससे मौके पर भारी अफरा-तफरी मच गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया. जिस वजह से मंगलवार को रावण दहन नही किया गया. बुधवार को सुबह करीब 4:15 पर हुआ प्रसाशन की तरफ से रावण दहन किया गया. मालपुरा कस्बे में दशहरा जुलूस के दौरान हुई पथराव की घटना का स्थानीय विधायक ने विरोध किया है. मालपुरा विधायक कन्हैया लाल चौधरी ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है. अभी तक गिरफ्तारी न होने की वजह से विधायक धरने पर बैठ गए.

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साथ ही हिंदु संगठनो ने भी दिया थाने के बाहर धरना. हालांकि पुलिस की तरफ से बीच-बचाव कर जुलूस को शांतिपूर्ण तरीके से दशहरा मैदान की ओर ले जाया जा रहा था. लेकिन ट्रक स्टैण्ड के पास फिर एक बार करीब तीन दर्जन से अधिक शरारती तत्वों ने जूलूस पर पीछे से पथराव कर दिया. इसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ जैसी स्थिति हो गई.

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दादाबाड़ी के पास एक बार फिर से हुए पथराव के बाद मामले ने तूल पकड लिया. इसके बाद घटना के विरोध में स्थानीय विधायक कन्हैयालाल चौधरी मौके पर पहुंचे. विधायक पुलिस व प्रशासन से दोषियों की गिरफ्तारी किए जाने की मांग करते मालपुरा थाने के बाहर सैकड़ो लोगों के साथ धरने पर बैठ गए. ऐसे में रावण दहन नहीं हो सका. बुधवार सुबह 4:15 बजे प्रशासन का तरफ से रावण दहन किया गया. उसके बाद 5 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया.

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उधर शहर में बढ़े तनाव को देख टोंक जिला मुख्यालय से निर्देश के बाद भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. पुलिस का कहना है कि समझाइश के बाद हालातों पर काबू पाकर शांति व्यवस्था कायम कर दी गई है. बता दें कि मालपुरा में इससे पहले भी कांवड़ियों पर पथराव के बाद पिछले साल भी कई दिन तक तनाव की स्थिति रही थी.

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जुलूस पर पथराव किए जाने से उपजा तनाव, दोषियों की गिरतारी की मांग पर अडे विधायक

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दशहरा जुलूस के मौहल्ला सादात से होकर टोडा रोड पर पहुंचने के बाद उमराव मंजिल के सामने कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से जुलूस में शामिल लोगों पर अचानक पथराव कर दिया। जिससे मौके पर भारी अफरा-तफरी मच गई व माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि पुलिस द्वारा बीच बचाव में जुलूस को शांतिपूर्ण तरीके से दशहरा मैदान की और ले जाया जा रहा था। लेकिन ट्रक स्टैण्ड के पास एक बार फिर से करीब तीन दर्जन से अधिक शरारती तत्वों ने जूलूस पर पीछे की ओर से पथराव कर दिया। जिससे अफरा-तफरी मच गई। दादाबाडी के पास एक बार फिर से हुए पथराव के बाद मामले ने तूल पकड लिया। इसके बाद विधायक कन्हैयालाल चौधरी ने घटना की कडे शब्दों में निंदा करते हुए पुलिस व प्रशासन से दोषियों की गिरफ्तारी किए जाने की मांग शुरू करते हुए मालपुरा थाने के बाहर सैकड़ो लोगों के साथ धरने पर बैठ गए। इसके बाद तनाव बढ़ता देख शहर के चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बुराई अच्छाई के प्रतीक दशहरा पर रावण दहन नही हो सका।


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Last Updated : Oct 10, 2019, 12:05 AM IST
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