टोंक. निवाई-दतवास थाने में एक व्यक्ति की मौत पर बवाल मच गया और आक्रोशित भीड़ ने पुलिस की गाड़ी को आग लगा दी. पुलिस उपाधीक्षक की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए. जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम को एक शराब के ठेकेदार गांव जगसरा पहुंच कर पप्पू लाल पुत्र लक्ष्मीनारायण मीणा को जीप में बैठाकर गांव से ले गए. जीप में इनके साथ दो लोग और थे. सभी लोग पप्पू लाल से मारपीट कर दतवास थाने ले आए. जहां एएसआई सूरज ने उसके साथ मारपीट की.
ग्रामीणों व परिजनों को सूचना मिलने पर पप्पू के परिजन थाने पहुंचे. जहां उसे खून की उल्टी हुई और पप्पू लाल की थाना परिसर में ही मौत हो गई. जिसके बाद थाने में हंगामा हो गया और सैकड़ों ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए. जहां भड़के लोगों ने पुलिस की गाड़ी के आग लगा दी और कई गाड़ियों के शिशे तोड़ दिए.
पढ़ें : CM गहलोत और उनकी पत्नी सुनीता गहलोत ने जीती कोरोना से जंग, दोनों की रिपोर्ट आई नेगिटिव
मामला बढ़ने के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर शव को गुरुवार की सुबह निवाई अस्पताल लेकर आ गई, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जाएगी. परिजनों का आरोप है कि शराब माफिया एक गाड़ी में बैठकर जगसरा गांव आए और गांव के व्यक्ति को गाड़ी में डालकर ले गए. उसके साथ मारपीट की और उसे पुलिस थाने ले जाकर पीटा. उसके बाद उसे खून की उल्टियां हुईं और पुलिस थाने में ही उसकी मौत हो गई. परिजनों ने शराब माफियाओं से भी पुलिस की साठगांठ का आरोप लगाया है.