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विधायक हरीश मीणा ने CM को लिखा पत्र, कहा- मिड डे मील का पोषाहार गरीब मजदूरों के लिए उपयोग में लाया जाए - Mid-day-meal plan

विधायक हरीश चंद्र मीणा ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा कर प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में संचालित मिड-डे-मील योजना के पोषाहर को लाॅकडाउन के दौरान उपयोग में लेने की मांग की है. विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि, हजारों क्विंटल खाद्य सामग्री का स्कूल बंद होने की वजह से खराब होने का अंदेशा बना हुआ है. ऐसे में हमें इसका उपयोग गरीब परिवारों की सहायता के लिए करना चाहिए.

MLA Harish Meena, विधायक हरीश
विधायक हरीश मीणा ने मुख्यमंत्री लिखा पत्र.
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Published : Apr 25, 2020, 12:35 PM IST

देवली/टोंक. देवली-उनियारा विधायक हरीश चंद्र मीणा ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है. मीणा ने अपने पत्र में प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में संचालित मिड-डे-मील योजना के पोषाहर को लाॅकडाउन के दौरान उपयोग में लेने की मांग की है.

विधायक हरीश मीणा ने मुख्यमंत्री लिखा पत्र.

विधायक ने पत्र जरीए लिखा है कि, प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील योजना के अंतर्गत पोषाहर की खाद्य सामग्री आटा, दाल, चावल, गेहूं आदि उपलब्ध हैं. उन सभी की सूची बनवाकर संबंधित ग्राम पंचायत क्षेत्र में निवास कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: जयपुर: जमवारामगढ़ में कोरोना संक्रमित वृद्ध के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले करीब 150 लोगों को किया गया क्वॉरेंटाइन

उन्होंने लिखा है कि, निराश्रित, दिहाड़ी मजदूर और गरीब परिवारों को यह राशन वितरण कर देना चाहिए. विधायक ने कहा, वर्तमान में प्रदेश के सभी स्कूलों में छात्र-छात्राओं का अवकाश चल रहा है ऐसे में राजकीय स्कूलों में उपलब्ध हजारों क्विंटल खाद्य सामग्री खराब होने का अंदेशा बना हुआ है. ऐसे में हमें कोरोना के संकट से निपटने के लिए इसका उपयोग गरीब परिवारों की सहायता के लिए करना चाहिए.

देवली/टोंक. देवली-उनियारा विधायक हरीश चंद्र मीणा ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है. मीणा ने अपने पत्र में प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में संचालित मिड-डे-मील योजना के पोषाहर को लाॅकडाउन के दौरान उपयोग में लेने की मांग की है.

विधायक हरीश मीणा ने मुख्यमंत्री लिखा पत्र.

विधायक ने पत्र जरीए लिखा है कि, प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील योजना के अंतर्गत पोषाहर की खाद्य सामग्री आटा, दाल, चावल, गेहूं आदि उपलब्ध हैं. उन सभी की सूची बनवाकर संबंधित ग्राम पंचायत क्षेत्र में निवास कर रहे हैं.

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उन्होंने लिखा है कि, निराश्रित, दिहाड़ी मजदूर और गरीब परिवारों को यह राशन वितरण कर देना चाहिए. विधायक ने कहा, वर्तमान में प्रदेश के सभी स्कूलों में छात्र-छात्राओं का अवकाश चल रहा है ऐसे में राजकीय स्कूलों में उपलब्ध हजारों क्विंटल खाद्य सामग्री खराब होने का अंदेशा बना हुआ है. ऐसे में हमें कोरोना के संकट से निपटने के लिए इसका उपयोग गरीब परिवारों की सहायता के लिए करना चाहिए.

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