टोंक. कोरोना वायरस की राजस्थान में दस्तक के बाद अब लोग दहशत में है, तो वहीं प्रसाशन और चिकित्सा महकमा पूरी तरह से हाई अलर्ट पर नजर आ रहा है. टोंक जिला मुख्यालय पर सआदत अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है और चिकित्सा विभाग ने चीन से जिले में लौटे 34 छात्र-छात्राओं को 28 दिनों तक अपने घरों में ही रहने को कहा है. अब तक अच्छी खबर यह है कि किसी भी छात्र-छात्रा की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है, पर कोरोना वायरस को लेकर देश की तरह ही राजस्थान में भी हाई अलर्ट है.
जानकारी के अनुसार टोंक के सआदत अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है और यह कोरोना वायरस को लेकर जारी चिकित्सा विभाग के अलर्ट का ही हिस्सा है. राजस्थान में इटली के नागरिक की पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद सरकार के कान खड़े हुए है और वह कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है. ऐसे में चाइना से आए 34 छात्रों को मेडिकल चेकअप के साथ घरों में ही रहने की हिदायत जारी की गई है.
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टोंक पीएमओ नवींद्र पाठक का कहना है कि जिले अब तक करीब 34 विद्यार्थी चीन के विभिन्न प्रान्तों में रहकर लौटे है. जिनकी पूरी तरह से जांच की गई है. 28 दिन तक इनको घर से बाहर नही निकलने की एडवाइजरी भी दी गई है. इन विद्यार्थियों में से किसी भी छात्र की कोरोना वायरस से पॉजीटिव होने की पुष्टि नहीं हुई है. साथ ही कहा कि जिले के समस्त निजी चिकित्सालयों और राजकीय चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को संदिग्ध रोगी पाए जाने पर जिला स्तर पर इसकी सूचना देने के लिए पाबंद किया गया है.
भले ही चीन से लौटे 34 छात्रों की रिपोर्ट में सब कुछ ठीक हो पर उनकी प्रतिदिन जांच जारी है. जयपुर आए इटली के दो नागरिकों में इस रोग की पुष्टि हो गई है. जिसके चलते टोंक में भी इससे निबटने के लिए चिकित्सा विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है. वहीं कोरोना से बचने के लिए एक एडवाईज़री भी जारी की गई है.