टोंक. राजस्थान सरकार के पूर्व डीजीपी और देवली-उनियारा से विधायक हरीश मीणा कांग्रेस से एक बार फिर टिकट मिलने के बाद रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस की गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे हमारे नेता है और हमारे यहां कोई गुटबाजी नहीं है, न ही टिकटों को लेकर कोई विरोध है. हम सब एक हैं. पार्टी में किसी भी तरह का कोई विरोध नहीं है, अगर कोई नाराज भी है तो सबको मना लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्होंने देवली-उनियारा से ही टिकट मांगा था और मिल भी गया.
दो विचारधाराओं की लड़ाई : बता दें कि कांग्रेस ने देवली-उनियारा से एक बार फिर हरीश मीणा पर दांव लगाया है. उनको बीजेपी के गुर्जर नेता विजय बैंसला के सामने चुनावी मैदान में उतारा है. ऐसे में मतदाताओं के बीच किन मुद्दों पर हरीश मीणा प्रचार में उतरेंगे और सचिन पायलट के गुट के होने का फायदा क्या उन्हें मिल पाएगा, यह बड़ा सवाल है. देवली-उनियारा जाते समय मीडिया से बात करते हुए हरीश मीणा ने कहा कि वो पार्टी का धन्यवाद अदा करते हैं कि उन पर एक बार फिर पार्टी ने विश्वास जताया. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाएंगे, क्योंकि यहां मुकाबला दो पार्टियों का ही नहीं बल्कि दो विचारधाराओं का भी है. एक तरफ कांग्रेस की विचारधारा भाईचारे, प्रेम और शांति की है तो दूसरी तरफ बीजेपी की विचारधारा हिंसा, नफरत व टकराव की है.
विरोधियों के क्रियाकलापों को जनता समझती है : हरीश मीणा ने विजय बैंसला को चुनाव में उतारने और रमेश बिधुड़ी को जिला प्रभारी बनाने के सवाल पर कहा कि वे विरोधियों के बारे में क्या कहे, वो जैसे हैं, उनके क्रिया-कलापों को जनता सब समझती है. मीणा ने कहा कि जाति और धर्म का राजनीति में कोई स्थान नहीं होना चाहिए. वहीं, सचिन पायलट और अशोक गहलोत की गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है, सब एक हैं. पार्टी के हर मंच पर एकजुट होकर हम सब चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
4 नवंबर को करेंगे नामांकन : कांग्रेस नेताओं के निर्दलीय या दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने के सवाल पर मीणा बोले कि कांग्रेसी कभी ऐसा नहीं करेंगे. कोई स्वार्थी ही होगा जो ऐसा करेगा. वहीं हरीश मीणा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल जी सही कहते हैं कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आए हैं. अपने चुनावी प्रचार के आगाज पर उन्होंने कहा कि हम जातिवाद और साम्प्रदायिक आधार पर चुनाव लड़ने वाले नही हैं, बल्कि हम कांग्रेस की नीतियों और विचारधाराओं के आधार पर चुनाव लड़ेंगे. वहीं, हरीश मीणा ने शिक्षा को सबसे बड़ी आवश्यकता बताते हुए कहा कि शिक्षा के बिना किसी भी समाज का विकास संभव नहीं है. हरीश मीणा ने बताया कि वो आगामी 4 नवम्बर को कार्यकर्ताओं से बात कर अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.