टोंक. पश्चिमी बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा के विरोध में बीजेपी के देशव्यापी आंदोलन के तहत बुधवार को टोंक घंटाघर चोक पर बीजेपी जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोविड गाइडलाइन के तहत हाथ में काली पट्टी बांधकर और हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले और महिलाओं से बलात्कार के विरोध में आज राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत टोंक में भाजपा पदाधिकारियों ने घंटाघर सर्किल के पास 1 घंटे का धरना प्रदर्शन करते हुए तृणमूल कांग्रेस और वहां की मुख्यमंत्री की नीतियों पर आक्रोश व्यक्त किया.
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र पराणा ने बताया कि चुनाव में जीत के बाद ममता सरकार और उनके कार्यकर्ता जिस तरह से भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं और महिलाओं से दुराचार कर रहे हैं यह चुनी हुई सरकार को शोभा नहीं देता.
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ममता बनर्जी और और उनके कार्यकर्ता चुनाव में उनका साथ नहीं देने वालों को टारगेट बनाकर उन पर हमला कर रहे है. इसी के विरोध में आज भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत घंटाघर पर सीमित पदाधिकारियों की मौजूदगी में ममता सरकार की नीतियों के विरोध में तख्तियां लेकर घंटाघर चौराहे के पास खड़े रहकर धरना दिया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मांस का पूरा ध्यान रखा गया. धरने में वही पदाधिकारी शामिल हुए हैं, जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दोनों डोस ले रखी है.