श्रीगंगानगर. फिरोजपुर फीडर क्षतिग्रस्त होने से पानी लेने की क्षमता घटने की वजह से पंजाब में हरीके बराज से पाकिस्तान की तरफ पानी छोड़े जाने लगा है. पंजाब और हिमाचल प्रदेश में बांधों के भराव क्षेत्र में ज्यादा बरसात होने पर इस बार फिर पाकिस्तान पानी जा रहा है. फिरोजपुर फीडर क्षतिग्रस्त होने की वजह से यहां ज्यादा पानी नहीं मिल सकेगा.
बता दें कि गंगनहर में खखां हेड पर 2165 क्यूसेक पानी मिल रहा था, जो बढ़कर 2264 हो गया. किसान संघ समिति के प्रवक्ता सुभाष सहगल ने बताया कि सतलुज और व्यास नदी से हरिके बराज पर 24000 क्यूसेक पानी पहुंच रहा था. इसमें से फिरोजपुर फीडर को 7863 और राजस्थान फीडर में 10 हजार 800 क्यूसेक पानी दिया जा रहा था. वहीं हरिके से डाउनस्ट्रीम में पाकिस्तान की नदियों के बहाव क्षेत्र में करीब ढाई हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.
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हरिके बैराज से ढाई हजार क्यूसेक पानी लगातर पाकिस्तान जा रहा है लेकिन पंजाब से जिले में बहकर आने वाली गंगनहर में प्रदेश के पूरे हिस्से का पानी नहीं दिया जा रहा है. इससे किसानों में आक्रोश है. गंगनहर में पंजाब से पूरा पानी नहीं मिलने के कारण किसानों की सिंचाई बारियां पीट रही है. किसानों ने पाकिस्तान जा रहे पानी को रोककर गंगनहर में प्रदेश के हिस्से का पूरा पानी देने की मांग की है. पंजाब से पूरा पानी नहीं मिलने के कारण गंगनहर से जुड़ी समेजा, करणीजी, एफ, आरबी, पीएस और जीजी वितरिकाओं से जुड़े किसानों की सिंचाई बारियां पीटी है.
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किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता एडवोकेट सुभाष सहगल ने बताया कि गंगनहर में पानी का हिस्सा 2500 क्यूसेक है लेकिन बांधों में पूरा पानी होने के बाद भी जिले के किसानों को उनके हिस्से का पानी नहीं मिल रहा है. खखा हेड पर 2157 क्यूसेक पानी की आवक है. हरिके बैराज से करीब ढाई हजार क्यूसेक पानी पाकिस्तान जा रहा है. उसे रोककर राजस्थान की नहरों में पूरा पानी दिया जा सकता है लेकिन सरकार इसको लेकर गंभीर नहीं हैं. खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. किसान परेशान हैं. सिंचाई बारिया पिट रही है और फसलें सिंचाई पानी के अभाव में खराब हो रही है. इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा. वहीं क्षेत्र में बारिश ना होने के चलते किसानों की फसलें खराब हो रही है.