श्रीगंगानगर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने छात्रवृत्ति देने की एवज में रिश्वत लेने का खुलासा होने के बाद शुक्रवार को श्रम कल्याण विभाग पहुंचकर जांच की. एसीबी के अधिकारियों ने छात्रवृत्ति प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए संबंधित रिकॉर्ड प्राप्त किया.
एसीबी के डीएसपी वेद प्रकाश लखोटिया ने बताया कि छात्रवृत्ति देने की एवज में रिश्वत लेने का खुलासा होने के बाद संबंधित प्रक्रिया की जानकारी ली जा रही है. ऑफिस कार्य से श्रम कल्याण अधिकारी दीपक यादव के जयपुर जाने की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया है. उनकी गैरमौजूदगी में श्रम निरीक्षक हर्षदीप सिंह से छात्रवृत्ति प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए संबंधित रिकॉर्ड प्राप्त किया गया.
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वहीं, एसीबी की टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आरोपियों को एसीबी की विशेष अदालत में पेश किया. अदालत ने मामले में सुनवाई करते हुए चारों आरोपियों को 14 दिन के लिए जेल भेजने के आदेश दिए हैं. जमानत प्रार्थना पत्र पर एसीबी शनिवार को सुनवाई करेगी.
एसीबी के डीएसपी वेद प्रकाश लखोटिया ने बताया कि एसीबी की टीम ने बुधवार शाम को रामदेव मंदिर रोड स्थित श्री श्याम ई-मित्र संचालक रमेश कुमार शर्मा, कंप्यूटर ऑपरेटर बलराम उर्फ बल्लू राम, ई-मित्र संचालक हरि किशन मेघवाल और नरेश वर्मा को 3500 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. आरोपियों ने छात्रवृत्ति पास करने की एवज में रिश्वत राशि की मांग की थी. फिलहाल, एसीबी की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है.