श्रीगंगानगर. शहर के मटका चौक बालिका विद्यालय के खेल मैदान में शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन की ओर से पार्किंग बनाने का मामला शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा तक पहुंच गया है. पार्किंग का विरोध कर रहे सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने शिक्षा मंत्री डोटासरा को बताया कि शहर का एकमात्र सबसे बड़ा मटका चौक बालिका विद्यालय है.
इस विद्यालय में गरीब घरो की करीब 1500 छात्राएं पढ़ने के लिए आती है. शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन इस बालिका विद्यालय में सुविधाएं बढ़ाने की बजाए विद्यालय को बर्बाद करने की तैयारी में जुटा हुआ है. जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग इस विद्यालय में ना केवल खेल मैदान में पार्किंग बनाकर खिलाड़ियों की प्रतिभा को दबाने की कोशिश कर रहा है, बल्कि यहां पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं की सुरक्षा को भी पार्किंग बनाकर खतरे में डालने जा रहा है.
वहीं पार्किंग का विरोध कर रहे सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने शिक्षा मंत्री को बताया कि मटका चौक स्कूल के खेल मैदान में पार्किंग बनने से खेल में रुचि रखने वाली छात्राएं यहां खेल नहीं पाएगी. जिससे खेल प्रतिभाएं दम तोड़ देगी. वहीं मटका चौक स्कूल का सबसे बड़ा खेल मैदान होने के कारण इसमें अलग-अलग खेलो में रुचि रखने वाली खिलाड़ीया एक साथ अभ्यास कर सकती हैं. पार्किंग बनाने से खिलाड़ियों को अभ्यास करने के लिए खेल मैदान नहीं रहेगा.
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इन लोगों ने शिक्षा मंत्री को बताया कि पार्किंग बनने से यहां पर शरारती तत्व आएंगे, जिससे स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं की सुरक्षा खतरे में आ जाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि खेल मैदान में स्कूल में खड़े पेड़ भी पार्किंग बनाने से पहले काटे जाएंगे, जो कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाला कदम होगा. इन लोगों ने शिक्षा मंत्री को स्कूल की समस्या बताते हुए स्कूल में भौतिक संसाधनों की कमियां पूरी करवाने की मांग की.
शिक्षा मंत्री ने लोगों की समस्या सुनकर उन्हें आश्वासन दिया है कि सरकार और विभाग इस मुद्दे पर गंभीर होकर पार्किंग बनाने का फैसला रद्द करेगा. मंत्री ने आश्वासन दिया कि बेटियों की सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा. स्कूलों में पढ़ने के लिए आने वाली बेटियां हर हाल में सुरक्षित रखने के लिए बेहतर कदम उठाए जाएंगे.