सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). इंदिरा सर्किल से डिग्री कॉलेज तक जर्जर हो चुके नेशनल हाईवे के पुनर्निर्माण, टूटी सड़क का टोल बंद करने और व्हीकल अंडर पास सहित अन्य मांगों को लेकर संघर्ष समिति ने मंगलवार को जाम लगा दिया. जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर उन्हें हटा दिया.
इस दौरान संघर्ष समिति नेताओं के साथ पुलिस अधिकारियों की नोकझोंक भी हुई. अधिकारियों ने संघर्ष समिति को हाईवे के अधिकारियों से वार्ता करवाने की समझाइश भी की. नेशनल हाईवे संख्या 62 पर जाम होता देख अधिकारियों ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें सड़क से हटा कर जाम खुलवाया. फिलहाल संघर्ष समिति के लोग हाईवे किनारे सभा कर रहे हैं, जबकि एहतियात के तौर पर डीएसपी सीआई के नेतृत्व में सिटी पुलिस का जाप्ता मौके पर तैनात है.
पढ़ें- डूंगरपुर: सुराता पंचायत के लोगों का विरोध-प्रदर्शन, ग्रामदानी अध्यक्ष पर लगाए मनमानी के आरोप
एसडीएम मनोज कुमार मीणा भी मौके पर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. करीब 1 घंटे के धरने के बाद पुलिस और प्रशासन ने हाईवे निर्माण कंपनी के अधिकारियों सहित टोल कंपनी के अधिकारियों को मौके पर बुलाया, जहां पर पूर्व विधायक राजेंद्र भादू ने अधिकारियों को आड़े हाथों लिया. अधिकारियों द्वारा समय मांगने पर संघर्ष समिति ने 6 अक्टूबर तक का समय देते हुए इसके बाद राजियासर टोल नाका पर धरना देने की चेतावनी दी.