श्रीगंगानगर. नागौर जिले में पांचौड़ी थाना के करनू गांव में 16 फरवरी को दो दलित युवकों के साथ हुए अमानवीय अत्याचार और परिवहन विभाग में हुए घोटाले की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पदाधिकारियों ने रविवार को राज्यपाल के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्रीगंगानगर को ज्ञापन देकर मामले में कार्रवाई कर पीड़ितो को न्याय दिलाने की मांग की है.
पार्टी पदाधिकारियों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम दिए ज्ञापन में कहा है कि नागौर के करनू गांव में दलितों के साथ पहले अमानवीय अत्याचार करने और बाद में घटना का वीडियो 19 फरवरी को सामने आने के बाद भी स्थानीय प्रशासन की ओर से उच्चाधिकारियों के दबाव में पीड़ित को राहत देने की बजाय उन्हें हिरासत में लेकर समझौते का दबाव बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
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उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायकों की ओर से राजस्थान की विधानसभा में वॉकआउट के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. इस संबंध में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी मामले में अब सरकार से ठोस कार्रवाई चाहती है. पार्टी पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करवाने की मांग करते हुए प्रकरण में घोर लापरवाही बरतने पर नागौर एसपी को एपीओ करने, पीड़ित पक्ष को अलवर के थानागाजी प्रकरण की तर्ज पर आर्थिक मुआवजा का पैकेज देने, पांचौडी थाने में दर्ज मुकदमा में अपहरण और हत्या के प्रयास की धारा जोड़कर पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने के साथ-साथ पीड़ित के खिलाफ दर्ज चोरी के झूठे मामले में एफआर लगाने सहित परिवहन विभाग में हुए घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.