सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). जिले के गांव 9 जीबी के निकट करणीजी वितरिका की आरडी 83 में आए कटाव को रविवार को नहीं पाटा गया. कटाव को दुरस्त करने का कार्य सोमवार सुबह जारी किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार करणीजी वितरिका में आए 20 फीट कटाव को बांधने के लिए जल संसाधन विभाग के एससी प्रदीप रस्तोगी, सहायक अभियंता युवराज सिंह, कनिष्ठ अभियंता कैलाश जाट, जल उपभोक्ता संगम के अध्यक्ष और किसान दिनभर कटाव को बांधने को लेकर चर्चा करते रहे.
कटाव स्थल के पास डायवर्जन में पानी भरने, वितरिका के पटडो़ं के कमजोर होने और दूसरी तरफ रेल लाइन होने के कारण कटाव को बांधने का कार्य शुरू नहीं हो पाया. दोपहर बाद पटडो़ं को पहले मजबूत करने के लिए एस्केवेटर मशीन लगाई गई. मशीन की ओर से पटडो़ं के पास लगे झाड झंखाड हटाए गए और मिट्टी डाली गई. अधिकारियों ने बताया कि डंपर के माध्यम से कटाव स्थल के पास मिट्टी डालने का कार्य शुरू किया जाएगा. जिसके बाद ही कटाव को बांधने की कार्रवाई शुरू होने की संभावना है.
डायवर्जन में भरा पानी, धान उत्पादक किसानों को हुआ नुकसान
वितरिका में कटाव के बाद वितरिका और सड़क मार्ग के बीच बना डायवर्जन भर गया है. इससे पानी गांव 9 जीबी स्टैंड से 12 जीबी स्टैंड तक पहुंच गया है. साथ ही सूरतगढ़-अनूपगढ़ स्टेट हाइवे के निकट पानी जमा हो गया. किसानों ने बताया कि एक स्थान से सड़क का कुछ हिस्सा धस गया है.
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वहीं, वितरिका में कटाव के कारण जीबी क्षेत्र के धान उत्पादक किसानों को नुकसान पहुंचा है. किसानों ने बताया कि लंबे समय बाद वितरिका में पानी आया था. वितरिका के टूटने के बाद 3 दिन तक किसानों की बारियां प्रभावित होंगी. उन्होने बताया कि वितरिका की सफाई नहीं होने से वितरिका टूटी है. वहीं विभाग वितरिका के टूटने का कारण कीड़े-मकोडो़ के पटडो़ं पर बिलों को बता रहा है.