श्रीगंगानगर. मनरेगा में लगे मेटों ने अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर जिला परिषद सीईओ सौरव स्वामी को ज्ञापन दिया. इस दौरान सीईओ ने मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी कम आने के पीछे मेटों को जिम्मेदार बताया. वहीं मनरेगा मेटों ने स्वीकार करते हुए कहा कि कुछ भ्रष्ट मेटों की वजह से इस प्रकार की गड़बड़ी हो रही है.
सीईओ ने मेटो को मनरेगा कार्य में सुधार करते हुए मजदूरों की कम मजदूरी आने की बात कहते हुए सुधार करने की बात कही. मेटों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ मेट सरपंचों और पंचायत समितियों में कार्यरत लिपिकों से मिलीभगत करके फर्जीवाड़ा कर रहे है. इसकी वजह से न केवल सभी मनरेगा मेट बदनाम हो रहे हैं. बल्कि ऐसे मेटों की वजह से ही मनरेगा मजदूरों की पूरी मजदूरी नहीं मिल पाती है.
सीईओ स्वामी ने कहा कि मेटों की मांगे मानी जाएगी. मगर मेटों को चाहिए की वे मनरेगा कार्यक्षेत्र में फर्जीवाड़े को रोकें. ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लग सके. वहीं मेटों ने सीईओ को बताया कि पंचायतों में कुछ अधिकारी नीचे के कर्मचारियों के साथ मिलकर मनरेगा में फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. सीईओ ने कहा कि जो मेट फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. उनकी शिकायत की जाए. ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
वहीं मेट यूनियन सदस्य श्रवण ने स्वीकार किया की कुछ मेटों द्वारा मिलीभगत करके भ्रष्टाचार किया जा रहा है. उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. इस पर सीईओ स्वामी ने कहा कि इसकी जांच करवाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.