रायसिंहनगर (श्रीगंगानगर). क्षेत्र में एक बार फिर कृषि कानून के खिलाफ विरोध शुरू हो चुका है. जहां शनिवार को किसानों ने सांसद निहालचंद मेघवाल के निवास के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अपना विरोध दर्ज करवाया.
यह प्रदर्शन संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किया गया. वहीं सांसद निहालचंद मेघवाल ने विरोध प्रदर्शन को लेकर मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए माकपा राजनीतिक रोटियां सेकने का आरोप लगाया गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू किया है. उन्होंने कहा कि वो कृषि कानून आने के बाद किसानों की एमएसपी से कम कोई भी फसल नहीं बिकी है.
वहीं प्रदर्शन में किसान नेता श्योपत राम मेघवाल राकेश ठोलिया, कालू थोरी के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में किसान नई धान मंडी में इकट्ठा हुए. जिसके बाद किसानों सांसद निहालचंद मेघवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन करने को लेकर रवाना हो गया. विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बनवारी लाल मीणा के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस जाब्ता मौके पर तैनात रहा. तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर खरीद की गारंटी कानून की मांग को लेकर सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान सभा रायसिंहनगर में भाजपा सांसद और विधायक के कार्यालयों पर प्रदर्शन विरोध दर्ज किया गया.
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किसान सभा के जिलाध्यक्ष कालू थोरी ने भाजपा पर जन विरोधी नीतियों को लागू करने आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों को दिल्ली के बोर्डरों के अतिरिक्त देश भर में जगह-जगह जन विरोधी भाजपा के नेताओं का विरोध तेज करना होगा. उन्होंने कहा कि 6 माह से किसान आंदोलन की जायज मांगों को केंद्र की भाजपा नीति मोदी सरकार ने अनसुना कर स्पष्ट कर दिया है कि उन्हे अभी भी अपने जनता की नहीं बल्कि कॉर्पोरेट मित्रों की चिंता है, उद्यमी घरानों को मालामाल करने के लिए पूरी तरह हठधर्मिता अपना रखी है. ऐसे में हरियाणा की जनता की तरह लोगों को जगह-जगह मोर्चा खोलना होगा.