श्रीगंगानगर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कि ओर से राजकीय चिकित्सालय परिसर में छापा मारकर ऑपरेशन करने के नाम पर 2 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर रामावतार दायमा को मंगलवार को रंगे हाथों पकड़ा गया था. इसके बाद जेल जाने के डर से बुधवार को डॉक्टर दायमा का स्वास्थ्य खराब हो गया.
डॉक्टर दायमा की हालत बिगड़ने पर एसीबी अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने आनन-फानन में डॉक्टर को सेशन न्यायाधीश विशिष्ट न्यायालय भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश किया. जिस पर एसीबी न्यायालय के न्यायाधीश ने उन्हें 31 जुलाई तक जेल भेज दिया.
दरअसल डॉक्टर दायमा को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग श्रीगंगानगर चौकी ने बुधवार सुबह न्यायालय में पेश किया तो न्यायाधीश ने डॉक्टर की जमानत प्रार्थना पत्र पर दोपहर बाद सुनवाई करने का हवाला देकर डॉक्टर को वापिस एसीबी के हवाले कर दिया मगर दोपहर 2 बजे के आस पास डॉक्टर ने तबीयत खराब होने की बात कहते हुए सीने में दर्द होने का कहा, जिस पर घबराई एसीबी टीम ने डॉक्टरी चेकअप करवा कर रिश्वतखोर डॉक्टर दायमा को न्यायालय में पेश किया.
न्यायाधीश को एसीबी अधिकारियों ने डॉक्टर की तबीयत खराब होने की बात कही तो न्यायालय ने डॉक्टर दायमा को 31 जुलाई तक जेल भेजने के आदेश देकर ना केवल डॉक्टर की घबराहट कम की बल्कि एसीबी अधिकारियों को भी राहत पहुंचाई. फिलहाल डॉक्टर को 15 दिनों के लिए न्यायालय ने जेल भेज दिया है और जमानत प्रार्थना पत्र पर सुनवाई टाल दी है.