श्रीगंगानगर. एसीबी ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए घडसाना में जल संसाधन विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और संविदा कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एसीबी टीम ने दोनों रिश्वतखोरों को उस समय गिरफ्तार किया जब ये दोनो रिश्वत की बकाया राशि 1500 रुपए परिवादी से ले रहे थे.
आरोपी ने परिवादी कैलाश से एरियर के बिल पास करवाने की एवज में रिश्वत मांगी थी. सिंचाई विभाग घडसाना के सहायक अभियंता के नाम पर घूस मांगी गई थी. जानकारी के अनुसार परिवादी कैलाश के पिता हेमराज जल संसाधन विभाग उपखंड घडसाना में बेलदार के पद पर कार्यरत हैं. सातवें वेतन आयोग की सिफारिश लागू होने के बाद नवीन वेतन फिक्सेशन करवाने के लिए परिवादी ने सहायक अभियंता जल संसाधन उपखंड घडसाना कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र कुमार से सम्पर्क किया.
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जितेंद्र कुमार ने परिवादी से 4000 रुपए रिश्वत मांगी, जिस पर परिवादी ने 2500 रुपए उसी समय नगदी दिए और बाकी रहे 1500 रुपए काम पूरा होने के बाद देने को कहा. बाद में परिवादी कैलाश ने श्रीगंगानगर एसीबी को शिकायत की, जिस पर सत्यापन के दौरान 1500 रुपए की रिश्वत की मांग करना सत्यापित हुआ.
श्रीगंगानगर एसीबी के डीएसपी वेद प्रकाश लखोटिया ने बताया कि सिंचाई विभाग में बेलदार हेमराज के पुत्र कैलाश ने चौकी में उपस्थित होकर एक सूचना दी कि उसके पिता का फिक्सेशन डेढ़ वर्ष पूर्व सातवां वेतन आयोग लागू होने के बाद हो गया था. फिक्सेशन के बाद जो बकाया एरियर है, वह विभाग की ओर से नहीं बनाया जा रहा है.
विभाग में तैनात सहायक अभियंता कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जो एलडीसी का कार्य भी करता है, 4000 रुपए की रिश्वत की मांग कर रहा है. परिवादी ने बताया कि उससे 2500 रुपए पहले ही रिश्वत के रूप में लिए जा चुके हैं और 1500 रुपए और मांगे जा रहे हैं. इस पर एसीबी की टीम ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल, दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.